UP के Shahjanpur की मनीषा देवी गौतम की ज़िंदगी की कहानी प्रेरणादायी बन गई.परिस्थियों से कैसे लड़ा जाए और कैसे समाज में मददगार बन सकी,यह मनीषा के ज़िंदगी के सफर से समझा जा सकता है.self help group की सदस्य बने के साथ ज़िंदगी को आसान बना लिया.
परिवार के साथ कई महिलाओं का बनी सहारा
शाहजहांपुर जिले में मनीषा देवी गौतम शुरुआती दौर में नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ी.medicines supply में काम किया.लेकिन कुछ साल करने के बाद मनीषा SHG से जुड़ी. Guruji स्वयं सहायता समूह बनाया.
अपने सेंटर पर सिलाई करती हुईं मनीषा देवी (Image: Ravivar Vichar)
समूह की अध्यक्ष मनीषा देवी बताती है-"समूह से जुड़ने से पहले पूरी तरह नेटवर्क मार्केटिंग का काम किया.समूह में आने के बाद सिलाई का काम शुरू किया.धीरे-धीरे 10 मशीनें हो गईं. स्पोर्ट्स ड्रेस सिलकर अलग पहचान बनी.थोक काम मेरे पास आने लगा.मैंने दूसरे समूह की महिलाओं के अलावा आसपास की महिलाओं को भी सिलने के काम से जोड़ दिया.मुझे ख़ुशी है कि खुद Lakhpati Didi की श्रेणी में शामिल हो गई.और दूसरी महिलाओं को मदद कर सकी."
मनीषा की मदद से कई महिलाएं आज अपने पैरों पर खड़ी हैं.
42 लाख का करवाया समूह सदस्यों को लोन
मनीषा देवी के काम को देख नारी शक्ति प्रेरणा Cluster Level Federation में सचिव बनाई गई.Ajeevika Mission के DMM Pradeep Kumar Yadav कहते हैं-"मनीषा देवी ने अपनी पहचान बनाई. समूह सखी के रूप कई समूह और महिलाओं को ट्रेनिंग दी. यहां तक कि CIF से 42 लाख रुपए के लोन स्वीकृत करवाए.दूसरे जिलों से भी ड्रेस सिलने के ऑर्डर मिलने लगे.जिले में मनीषा Lakhpati Didi श्रेणी में शामिल है."
सेंटर शुरू करने के दौरान मनीषा देवी (Image: Ravivar Vichar)
मनीषा अब अपने समूह के साथ रेडीमेड कपड़ों का खुद का ब्रांड बनाने की तैयारी में जुटी हुई है.