UP के Maharajganj जिले में self help group की महिलाओं ने डिटर्जेंट बनाने का काम शुरू कर अब दूसरों को काम दे रही. जिले के परतावल ब्लॉक के लक्ष्मीपुर जरलहिया गांव में SHG की महिलाओं ने यह काम शुरू किया. महिलाओं ने यहां नई मिसाल पेश की.
महिलाओं ने खुद बेरोजगारी दूर कर शुरू की कमाई
गांव की महिलाओं ने खुद बेरोजगारी दूर कर कमाई शुरू की. लक्ष्मीपुर जरलहिया गांव वैष्णवी स्वयं सहायता समूह की आशा बताती है-"गांव में महिलाएं घरेलु कामकाज में समय गुजारती थी. समूह से जुड़ने के बाद डिटर्जेंट पॉवडर बनाना सीखा.धीरे-धीरे हमारे प्रोडक्ट्स की बिक्री शुरू हो गई.हमारी कमाई अच्छे होने लगी.समूह की 11 महिलाएं इस काम से जुड़ीं. आजीविका मिशन के अधिकारी मार्केटिंग में हमारी मदद कर रहे."
Ajeevika Mission ने इस समूह का गठन 2020 में करवाया.शुरुआत में महिलाओं ने ज्यादा रूचि नहीं दिखाई.
समूह की महिलाएं डिटर्जेंट पैक करती हुईं (Image: Ravivar Vichar)
समूह की सचिव सरोज ने बताया- "शुरू में समूह की महिलाओं ने काम में रूचि नहीं ली.हमें लोन की मदद मिली.हमने डिटर्जेंट पॉवडर से कमाई होने लगी. डिटर्जेंट पाउडर बनाने में दो लाख 63 हजार रुपए की लागत से शुरुआत की. अब हर महीने महिलाएं 6 से 8 हज़ार रुपए कमा लेती हैं."
समूह की महिलाओं को ट्रेनिंग के साथ दे रहे प्रोत्साहन
इस काम में समूह की सदस्य राबडी,सुनीता,संगीता,इंद्रावती,माधुरी,चंदा देवी जुड़ीं हैं.
समूह सदस्य कहती हैं-"शुरू में परिवार के सदस्य भी हमें समूह से जुड़ने और काम करने के लिए तैयार नहीं थे.जब कमाई शुरू हुई,घर की मदद की तो सभी का सहयोग मिलने लगा."
लक्ष्मीपुर जरलहिया गांव में समूह द्वारा बनाया जा रहा detergent powder की मांग बढ़ने लगी.
Ajeevika Mission BMM Gayatri Ray बताती हैं-"हमें ख़ुशी है कि महिलाओं को काम से कमाई होने लगी. आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिशन लगातार कोशिश कर रहा.मार्केटिंग भी लगतार की जा रही."
यही समूह की महिलाएं अब दूसरी महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ रहीं.
महराजगंज Ajeevika Mission DMM Santosh Bharti बताते हैं-"समूह की 10 महिलाएं इस रोजगार से सीधे जुड़ीं हैं.ट्रेनिंग के बाद से इन महिलाओं ने काम शुरू किया.आसपास के गांव में भी इसकी डिमांड लगातार बढ़ रही.हम भी प्रोत्साहित कर रहे."