MP के Jhabua में चुनाव प्रचार के बीच मतदान जागरूकता अभियान भी अनूठे अंदाज़ में किया जा रहा.self help group की महिलाओं ने दीवारों पर अपने हाथों से मतदान जागरूकता के स्लोगन लिखे.खास बात यह कि इन दीवारों पर गेरुआ रंग और traditional art बनाई.
कलेक्टर ने आदिवासी बोली में दिलाई मतदान की शपथ
झाबुआ के सभी ब्लॉक्स में मतदान को लेकर SHG की सदस्य ने माहौल बदल दिया.यहां तक कि झाबुआ कलेक्टर DM IAS Neha Meena ने आदिवासी भीली बोली में मतदान करने की शपथ दिलाई.
झाबुआ,पेटलावद,राणापुर,रामा सहित कई जगह यह आयोजन हुए.
बंगले की दीवार पर ट्रेडिशनल आर्ट बनाती महिला (Image: Ravivar Vichar)
झाबुआ जिले के स्वयं सहायता समूह की की धन्ना सिंघानिया,रीना भूरिया,सविता बामनिया आदि ने कहा -"हमारे आयोजन का ग्रामीण लोगों पर प्रभाव दिख रहा. रैलियों में गांव के लोग भी शामिल हुए.सभी तरह के आयोजन से लोग लगातार जुड़ रहे."
Ajeevika Mission Jhabua BM Tripti bairagi ने कहा-"यह पहली बार प्रयोग किया. Bhagoriaजैसे आदिवासी त्यौहार में खास वेशभूषा में रैली सहित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी.दीवारों पर पिथौरा पेंटिंग बनाई."
झाबुआ में दीवारों पर उकेर दिए मतदान के संदेश
इन दिनों झाबुआ शहर में नज़ारा बदला हुआ लग रहा.कलेक्टर ऑफिस बाउंड्री वॉल सहित अन्य दीवारों पर आदिवासी संस्कृति के साथ मतदान जागरूकता के स्लोगन लिखे गए. झाबुआ की गुड़िया को भी कई जगह बनाया गया.
दीवारों पर पिथौरा आर्ट उकेर कर खड़ीं समूह की सदस्य (Image: Ravivar Vichar)
आजीविका मिशन के Petlawad और Rama Block के BM Arpit Tiwari और Asha Sharma कहती हैं-"कलेक्टर ऑफिस की दीवार पर self help group की महिलाओं ने उत्साह से आर्ट बनाई.गांव में जागरूकता के लिए लोगों का समर्थन मिल रहा.समूह की महिलाएं खुद बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही."
दीवार पर जागरूकता संदेश लिखती हुई कलेक्टर नेहा मीणा (Image: Ravivar Vichar)
Jhabua कलेक्टर DM IAS Neha Meena कहती हैं-"मतदान जागरूकता में स्थानीय आदिवासी बोली का उपयोग कर अभियान को और सार्थक बनाया.यह बोली सीधे ग्रामीणों को समझ आती है.SVEEP अभियान में आर्ट बना कर संस्कृति और लोकतंत्र के महत्व को भी दिखाया."