महिलाएं अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और उनकी मदद करने के लिए सरकार से लेकर NGOs सब उनक सपोर्ट करने के लिए तैयार रहते है. चाहे कोई भी राज्य हो महिलाएं किसी काम में पीछे नहीं रहती और अपने परिवार का जीवन सुधारने के लिए सब कुछ करती है.
सेनापति शहर की महिलाएं है सबसे आगे
ऐसा ही एक शहर है मणिपुर (Manipur news in hindi) में जहां की हर महिला है. सेनापति शहर की हर महिला बेहतर जीवन स्तर, बेहतर आय और रोजगार, बच्चों की बेहतर शिक्षा और मैन्युअल क्षेत्र के काम में सबसे आगे है.
यह भी पढ़े- क्लाइमेट स्मार्ट खेती से कितुई महिलाएं बन रहीं सशक्त
Image Credits: iStock
ये महिलाएं ज्यादातर सेनापति जिले (Manipur hindi khabar) के दूरदराज के गांवों से आने वाली सब्जियों और फलों को इकट्ठा करती हैं और संग्रहीत कर बेचती हैं. वे उन ग्रामीणों से थोक में सब्जियां, फल आदि खरीदते हैं जो उन्हें आपूर्ति करते हैं. इन महिला सब्जी विक्रेताओं ने अपना SHG भी तैयार किया है. वे बैंकों से ऋण प्राप्त करते हैं अपना काम आगे बढ़ा रहीं है.
सब्ज़ियां बेचने का काम कर कमा रहीं आजीविका
जंगली मशरूम, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, फल जैसे आँवला, सेब आदि जैसी वस्तुएँ के साथ उगाई गई सब्ज़ियां और फल जैसे गोभी, टमाटर, आलू, स्क्वैश आदि भी मिलते है. रासायनिक उर्वरक उत्पादों के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों को जानने के बाद अब लोग जैविक उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे है. इन महिलाओं द्वारा बेची जाने वाली सब्जियां और फल जैविक उत्पाद हैं. महिलाएं चाह रही है की इनकी हर सब्ज़ी जैविक खेती का उत्पाद हो. इन महिलाओं को सुबह 5 बजे से शाम को 6:30 बजे तक हर दिन कवर करना पड़ता है लेकिन फिर भी मेहनत करने से कोई भी पीछे नहीं हटती.
यह भी पढ़े- महिलाओं को आगे बढ़ाता साइंस फॉर सोसाइटी टेक्नोलॉजी
अपने सहायता समूह के साथ कर रहीं कमाई
इनके एक self help group- "वे ज़ाओमेपु स्वयं सहायता समूह" का फोकस संग्रह सह वितरण केंद्र है जिससे इन्हें सब्ज़ियां खरीदने, बेचने और महिलाओं को स्व-रोज़गार प्रदान करने में बहुत मदद मिल रही है. महिलाओं के लिए यह काम पारिवारिक आय बढ़ाने और बेहतर आजीविका तैयार करने के लिए बेहतरीन ऑप्शन बन चुका है. वे अपनी आजीविका तैयार करने में कोई भी कमी नहीं छोड़ रही.