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भारतीय समाज में महिलाओं का सम्मान और सामाजिक स्थिति महत्वपूर्ण है. महिलाएं आजकल समाज के हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और क्षमताओं का प्रदर्शन कर रही हैं, चाहे वह नौकरी करें, व्यापार करें या गाँव के उत्थान में साथी हों. इसके बावजूद, कई महिलाएं आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए सहारे की जरूरत है.
यह सहायता प्रोत्साहन का एक प्रमुख साधन हो सकता है, जो महिलाओं को स्वतंत्र और सशक्त बनाने में मदद करे. इसलिए महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) एक ऐसा माध्यम है जो महिलाओं को आर्थिक सहायत प्राप्त करने में मदद करता है. ये समूह छोटे से शुरू हुए हैं और सदस्यों के बीच साझेदारी और सहयोग का माहौल बनाते हैं. इन समूहों के माध्यम से महिलाएं आर्थिक संघर्ष से बाहर निकलकर अपने जीवन को सजीव और योग्य बना सकती हैं.
Odisha कैबिनेट ने शुक्रवार को सभी मिशन शक्ति SHG सदस्यों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया. नवीन पटनायक सरकार ने हाल ही में महिला self help groups को सहायता प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. इस योजना के तहत, 70 लाख परिवारों की महिलाएं जो self help groups के सदस्य को uniforms के लिए 1,000 रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी.
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उन्होंने यह भी कहा कि -"महिला SHGs को start-up शुरू करने के लिए 5 लाख रुपये और स्कूटर के लिए 2 लाख रुपये का interest-free loan भी प्राप्त होगा. यह धनराशि महिलाओं को उनकी आर्थिक जरूरतों, जैसे कि परिवार, शिक्षा और स्वास्थ्य की देखभाल, आदि, के लिए मदद करेगा. इससे न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि समाज में उनकी भागीदारी भी बढ़ेगी."
नवीन पटनायक सरकार की इस योजना का इरादा महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने में सहायता प्रदान करना है. इस पहल के माध्यम से सरकार ने महिलाओं के सम्मान और सामाजिक स्थिति को मजबूत करने के लिए एक अहम कदम उठाया है और उम्मीद है कि इससे महिलाओं की आर्थिक परिस्थिति में सुधार आएगा.