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"मेरी माटी मेरा देश" अभियान, ग्रामीण विकास और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए एक सरकारी पहल है. इसका उद्देश्य ग्रामीण समुदायों को सुस्तनी कृषि, पर्यावरण संरक्षण और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना है. ग्रामीण समुदायों के जीवनस्तर में सुधार लाने के लिए उन्हें साक्षर और सामर्थ्यवादी बनाने में मदद करना है.
इस अभियान का अद्भुत प्रदर्शन पुलवामा में भी देखने को मिला. जम्मू और कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन (JKRLM) के तहत स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) से जुड़ी असिया जान और परवीना अख्तर ने अपने व्यवसाय से अपनी पहचान बनाई है.
असिया जान, आजीविका मधुमक्खी पालन, पॉली हाउस और कार सेवा स्टेशन चलाती है. "मेरी माटी मेरा देश" अभियान (Meri Mati Mera Desh Campaign) के अंतर्गत अलग-अलग क्षेत्रों में अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को बढ़ा रही है. कृषि से जुड़े लगाओ के कारण कृषि अभियान के बारे में भी सम्पूर्ण ज्ञान ले रहीं है. वह गांव की महिलाओं को समूह से जोड़कर काम सीखा रही है.
Image Credits : Rising Kashmir
परवीना अख्तर, लैवेंडर की खेती, हस्पताल काम, और कृषि के काम संभालती है. उन्होंने अपने कौशल से से पुलवामा में आर्थिक विकास लाने के साथ, स्थानीय परंपरा और कला को भी संरचित रखने में अहम् भूमिका निभाई है. हाल ही में उद्योग मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय से उन्हें दस हज़ार रुपए का नकद पुरस्कार मिला है.
असिया जान और परवीना अख्तर अपने साथ-साथ अन्य महिलाओं को भी आगे बढ़ाकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है. अपने विकास के साथ अपने क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहीं है.