Uttarakhand के रुद्रपुर इलाके में Self Help Group की महिलाएं Poly house में खेती करेंगी. खास तरह की शिमला मिर्च के अलावा ब्रोकली, लैट्यूस, चार्ड जैसी यूरोपियन सब्जियां उगाएंगी. पॉलीहाउस में पैदा सब्जियों को बेचकर महिलाएं अपने समूह के साथ खुद की आर्थिक मजबूत कर सकेंगी.
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Hydroponic Farming के साथ SHG किसान दीदी होंगी Update
देश में खेती के होते उन्नत तरीके के बीच Hydroponic Farming का भी ट्रेंड बढ़ गया. उत्तराखंड सरकार ने रुद्रपुर (Rudrapur) जिले में इस खेती के जरिए Self Help Group की महिलाओं भी जोड़ा. जिलेभर की इन 80 किसान दीदियों को सहित अन्य किसानों को Training दी जाएगी. यह training उत्तराखंड जैव प्रौद्योगिकी परिषद,हलदी (Bio Tachnology Council) के वैज्ञानिक देंगे.
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हाइड्रोपोनिक खेती में तैयार होने वाले पॉलीहाउस को Gramin Vikas evm Panchayatiraj Sansthan (UIRD) के Horticulture Department बनवा रहा. मुख्य उद्यान अधिकारी (Chief Horticulture Officer) भावना जोशी (Bhavna Joshi) ने बताया- "इस खेती को लेकर SHG in Uttrakhand की महिलाएं बहुत उत्साहित हैं. ये आने वाले दिनों में ट्रेनिंग के बाद टमाटर, गाजर, शलजम, मूली, मटर, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी, ब्लूबेरी, तरबूज, खरबूजा, अनानास, भिंडी जैसी सब्जियां उगाएंगी.ऐसी ट्रेन महिलाओं को मार्केटिंग में भी मदद की जाएगी, जिससे उनके उत्पादित प्रोडक्ट्स को अच्छा बाज़ार और भाव मिल सके."
Control Environment के साथ होती hydroponic Farming
आजकल hydroponic Farming (बिना मिट्टी के सिर्फ पानी की खेती) के तहत polyhouse खेती की तरफ कई लोगों का रुझान बढ़ा. Control Environment कर पॉलीहाउस खेती करते हैं. इसमें 15 से 30 डिग्री तापमान रख फार्मिंग की जाती है. Horticultrue Department से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इसमें सावधानी अधिक रखना होता है.लेकिन इसकी खेती से बहुत फायदा भी मिलता है. इसमें पानी के साथ नारियल के छिलके का थोड़ा बुरादा (कोकोपीट) का इस्तेमाल किया जाता. पाइप के सहारे पानी दिया जाता है.