गोल्डन किक बॉक्सिंग बनी लेडी कमांडो

सीआरपीएफ की महिला कमांडो नाज़िमा बानो हाल में ही  'किक बॉक्सिंग' राष्ट्रीय स्पर्धा में 2 स्वर्ण पदक जीत कर जालंधर पंजाब से लौटीं. अब कमांडो नाज़िमा का चयन दुबई में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए भी हो गया. 

New Update
lady commando wins in kick boxing

'गोल्डन किक बॉक्सिंग' बनी लेडी कमांडो 

lady commando wins in kick boxing

बस्तर (Bastar) के जगदलपुर (jagdalpur,Chhattisgarh) इलाके बीहड़ों (Dense Forest) में नक्सलियों (Naxalites) से टक्कर लेने वाली महिला कमांडो (Lady Commando) आजकल ख़ास चर्चा में है. इनका हाथ खेलों में भी उतना ही हुनरमंद है, जितना हथियार चलाने में...दरअसल सीआरपीएफ (CRPF) की महिला कमांडो नाज़िमा बानो हाल में ही  'किक बॉक्सिंग' (Kickboxing) राष्ट्रीय स्पर्धा (National Tournamet) में 2 स्वर्ण पदक (Gold Medal) जीत कर जालंधर (Jalandhar) पंजाब से लौटीं. अब कमांडो नाज़िमा का चयन दुबई (Dubai) में होने वाली अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा (International Tournament) के लिए भी हो गया. 'गोल्डन किक बॉक्सिंग' नाज़िमा पूरे बटालियन और छत्तीसगढ़ की हीरो बन गईं. सीआरपीएफ (CRPF) की 241वीं बटालियन में अपनी सेवाएं दे रहीं ये नाज़िमा देश सेवा के साथ ही खेलों में भी धूम मचा रहीं. करीब 20 सालों से सीआरपीएफ में अपनी सेवाएं दे रहीं ये महिला कमांडो बीते करीब 5 सालों से बस्तर (Bastar) में पदस्थ हैं.

बस्तरिया बटालियन में प्रधान आरक्षक 

lady commando wins in kick boxing

सीआरपीएफ की 241वीं बटालियन बस्तरिया बटालियन के नाम से जानी जाती है, जिसका मुख्यालय सेड़वा (Sedwa) में स्थित है. यहां बतौर प्रधान आरक्षक (Head Constable) तैनात नाजिमा बानो ओडिशा के जैपुर की रहने वाली हैं. दुबई स्पर्धा में जाने वाली छत्तीसगढ़ राज्य की नाज़िमा अकेली खिलाड़ी हैं. नाजिमा का कहना है - "बस्तर और ओडिशा के साथ देश की महिलाएं भी इस खेल (Sports) की प्रेक्टिस करें, तो बड़े मौके मिल सकते हैं. वैसे मैं अब तक कई सपर्धाएं जीत चुकीं हूं.लेकिन दुबई में होने वाली किक बॉक्सिंग की अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा मेरे लिए ख़ास है."

पहले देश सेवा,महिलाओं को सिखाएंगी खेल 

lady commando wins in kick boxing

नाजिमा ने आगे कहा- " महिलाओं को इस खेल का प्रशिक्षण (Training) देंगी, लेकिन इससे पहले देश सेवा के प्रति अपना कर्त्तव्य भी वे पूरी ईमानदारी से करेंगी.जालंधर में हुई स्पर्धा में 24 राज्यों के सीनियर मास्टर एथलीट शामिल हुए. मेरी उपलब्धि का श्रेय अपने कमांडेंट ए.पद्मकुमार, टूआईसी श्रीकुमार बारा के अलावा मास्टर एथलेटिक्स संघ के नबी मोहम्मद को है, जिन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया." नाज़िमा बीहड़ इलाकों में निडर होकर गश्त लगाती हैं. नक्सलियों से निपटने में उन्हें महारत हासिल है.बताया जाता है कि उनका निशाना अचूक होता है.     

65 का मैजिक  

जालंधर में आयोजित 'राष्ट्रीय किक बॉक्सिंग' चैंपियनशिप में 65 का मैजिक दिखाई दिया. नाज़िमा ने दो वर्गों में हिस्सा लिया. इनमें एक 65 किलो ग्राम  से कम व दूसरा 65 किलो ग्राम से अधिक वर्ग शामिल थीं. दोनों ही वर्गों में उन्होंने स्वर्ण पदक (Gold Medal) हासिल किया.

रिपोर्टर : आरएस भटनागर,जगदलपुर  

CRPF Chhattisgarh Bastar jagdalpur नक्सलियों Kickboxing National Tournamet International Tournament