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![Mahalakshmi Saras exhibition](https://img-cdn.thepublive.com/fit-in/1280x960/filters:format(webp)/ravivar-vichar/media/media_files/Ot20sgQak3V9rld3D1rd.jpg)
Image- Ravivar vichar
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देश में महिला सशक्तिकरण को जिस जोश और उल्लास के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है वह सराहनीय है. चाहे कोई भी राज्य हो महिलाओं को सरकार ने हर तरह की सुविधा से लैस करने का प्रयास किया है. महिलाओं की हर कला को दुनिया के सामने लाने के लिए सरकार के काफी कदम हमारे सामने है.
Umaid-Maharashtra State Rural Life Improvement Mission के हिस्से के रूप में Mahalakshmi Saras की प्रदर्शनी और बिक्री आज से बांद्रा के MMRDA मैदान में शुरू होगी. Mahalakshmi Saras exhibition 26 दिसंबर से 8 जनवरी तक दो सप्ताह के लिए आयोजित की जा रही है. Rural Development minister Girish Mahajan ने नागरिकों से Mahalakshmi Saras exhibition देखने की अपील की, जो Women self help groups को सशक्त बनाती है.
Mahalakshmi Saras exhibition women self help groups को empowerment करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है जो हर साल बेहतरीन वित्तीय कारोबार उत्पन्न करते हैं. पिछले डेढ़ दशक में लगभग 8 हजार Self help groups ने इस प्रदर्शनी में भाग लिया. Women Self help groups द्वारा उत्पादित उत्पादों की बिक्री से उत्पाद को शहरी बाजार का अनुभव लेने का अवसर भी मिलता है. इसके अलावा इस प्रदर्शनी के माध्यम से ग्रामीण संस्कृति को शहरवासियों के सामने प्रस्तुत किया जाता है.
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प्रदर्शनी में कढ़ाई वाली साड़ियाँ, जूट का सामान, बांस का सामान, लकड़ी का सामान, चमड़े का सामान, कृत्रिम आभूषण, महिलाओं के बैग, जूते, कपड़े की सामग्री, साड़ी, कंबल, कालीन और पर्दे शामिल होंगे. ये वस्तुएँ न केवल अद्वितीय हैं, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाली भी हैं, जो महिला ग्रामीण कारीगरों के कौशल और शिल्प कौशल को दर्शाती हैं. इसमें घर के बने मसाले, पापड़, कुरदाई और अन्य खाद्य पदार्थ बेचने वाले स्टॉल होंगे. Mahalakshmi Saras exhibition का उद्देश्य मुंबईकरों और पूरे देश के लिए ग्रामीण भारत की खाद्य संस्कृति और नवाचार का जश्न मनाना है.
Mahalakshmi Saras exhibition में women self help groups द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प उपलब्ध होंगे. पर्यटकों को जलगांव भारी से लेकर कोंकण मच्छी और चावल की रोटी तक, स्वादिष्ट ग्रामीण व्यंजनों का स्वाद चखने और खरीदने का मौका मिलेगा.
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कोल्हापुर से तम्बाडा-पंधारा रस्सा और सोलापुर से फलियां चटनी जैसे पारंपरिक व्यंजन भी उपलब्ध होंगे. इसके अलावा, राज्य के विभिन्न हिस्सों से मसाले और हस्तनिर्मित चावल भी प्रदर्शित होंगे. Girish mahajan ने अधिक से अधिक नागरिकों से सरस प्रदर्शनी में आकर अधिक से अधिक खरीदारी करने की अपील की, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण उत्पाद लाने वाली महिलाओं का उत्साह बढ़ाया जा सके. Mahalakshmi Saras exhibition महिलाओं के लिए बहुत बड़ा कदम साबित होगी. देश में महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाना सरकार का प्राथमिक लक्ष्य बन चुका है और इस पर उनका काम रंग लता भी दिख रहा है.