NABARD का SHG महिलाओं के लिए जूट उत्पादों पर प्रशिक्षण

NABARD द्वारा आयोजित Micro Enterprise Development Program (MEDP) के तहत मैक्रैम और जूट शिल्प पर एक training program में Kaliyabor development block के self help groups (SHGs) के 30 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया.

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Image: Ravivar Vichar

आज अगर सारे संसाधनो का इस्तेमाल सही ढंग से नहीं किया गया, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए मुश्किलें और बढ़ जाने की सम्भावना है. इसीलिए उनकी ज़रूरतों का ध्यान रखते हुए हमें आज एक स्थायी जीवन शैली का निर्माण करना होगा और  यह भी ख्याल रखना होगा कि इस धरती पर कम से कम chemical based products और ऐसे प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करे जो पर्यावरण के लिए हानिकारक साबित हो रहीं है. Plastic से बढ़ते प्रदुषण से बचते हुए हमे ऐसे कदम लेने की ज़रूरत है जो पर्यावरण के लिए अच्छे हो और nature friendly हो.

Assam SHG ने जुट उत्पाद प्रशिक्षण में लिया हिस्सा

इसी उद्देश्य को बढ़ावा देते हुई नज़र आ रही हैं Assam SHG की महिलाएं. ये महिलाएं अपने बनाए जूट उत्पादों को और बेहतर कर NABARD द्वारा आयोजित Micro Enterprise Development Program (MEDP) के तहत मैक्रैम और जूट शिल्प पर एक training program में भाग ले रहीं हैं. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन NABARD के DDM राजेंद्र पेरना ने किया, जिसमें Kaliyabor development block के self help groups (SHGs) के 30 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया.

KOLKATA, WEST BENGAL , INDIA - NOVEMBER 23RD 2014 : Unidentified Indian  woman making handmade jute bags, handicrafts on during Handicraft Fair in  Kolk Stock Photo - Alamy

Image credits: Alamy

प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए DDM ने बताया कि- "Self help group के सदस्यों की जुट उत्पादों को लेकर production की समस्या को ख़त्म करने के लिए ही NABARD 2006 से ही इन महिलाओं को MEDP द्वारा किये गए प्रशिक्षणों से सहायता कर रहा है."

मैक्रैम और जूट शिल्प गतिविधियों पर  MEDP की training चल रही है जिनमें इस महिलाओं को बहीखाता, उद्यम प्रबंधन, व्यवसाय की गतिशीलता जैसडे विषयों के बारे में सिखाया जा रहा है. साथ यह वे महिलाओं को अलग अलग जुट उत्पाद तैयार  करना भी सीखा रहे है. कार्यक्रम में यह भी बताया कि Eligible trainees का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उहे सरकारी agency  और banks से  लोन सहायता भी प्रदान की जाएगी ताकि वे अपना business शुरू कर पाए.

NABARD के इस कदम से मिली नई दिशा 

सरकार कई ऐसे अभियानों और योजनाओं के ज़रिये इन SHG महिलाओं की सहायता करते हुए उनका मनोबल बढ़ा रही है, और साथ ही उनको train भी कर रही है ताके वे सफल हो सकें. NABARD के इस training programme को सफलतापूर्वक पूरा जा चुका है और उम्मीद की जा रही है कि इसके माध्यम से Assam क्षेत्र में जूट उत्पादों के विकास में एक नई दिशा मिलेगी।

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