फाइनेंशियल लिटरेसी वह चाबी है जिससे आर्थिक आज़ादी के दरवाज़े खुलते हैं. नागालैंड की वित्तीय साक्षरता (financial literacy rate) दर 8% है. इन आंकड़ों में बदलाव लाने क लिए नागालैंड (Nagaland) ग्रामीण आजीविका मिशन (NSRLM) ने 'आजादी का अमृत मोहोत्सव 2.0' (Azadi ka Amrit Mahotsav 2.0) के तहत 4 अगस्त को दीमापुर में "वित्तीय साक्षरता अभियान (FLC)" (Financial Literacy Campaign) शुरू किया. यह अभियान वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 11 जिलों, 74 ब्लॉकों, 1300 गांवों को कवर करेगा, जिसमें 1 लाख परिवार शामिल होंगे.
11 जिलों, 74 ब्लॉकों, 1300 गांवों में चलेगा वित्तीय साक्षरता अभियान
NSRLM की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि एनएसटीसीबी के महाप्रबंधक (क्रेडिट), बेंडांगनुंगसांग पोंगेन (Bendangnungsang Pongen) ने एफएलसी की शुरुआत और वित्तीय साक्षरता पर राष्ट्रीय चार्टर जारी करने की घोषणा की.
राज्य कार्यक्रम प्रबंधक-वित्तीय समावेशन (SPM-FI) NSRLM, राजुसेली ल्हौसा (Rajuselie Lhousa) ने बताया कि मिशन 11 जिलों, 74 ब्लॉकों, 1300 गांवों को कवर करते हुए एफएलसी का आयोजन करेगा, जिसमें 1 लाख परिवार शामिल होंगे.
ल्हौसा ने बताया कि यह वित्तीय साक्षरता अभियान वित्तीय योजना, बचत, ऋण, बीमा साक्षरता, डिजिटल वित्त, पेंशन, ओवरड्राफ्ट (ओडी) सीमा और उद्यम फंडिंग जैसे मुद्दों पर समझ बढ़ाएगा.
नागालैंड स्वयं सहायता समूहों को मिल रहा बढ़ावा
ल्हौसा ने बताया कि 296 पहचाने गए स्वयं सहायता समूहों (Self Help Group) के सदस्यों को ट्रेनिंग देने के लिए 30 राज्य मास्टर ट्रेनर (एसएमटी) मौजूद रहेंगे, जिन्हें वित्तीय साक्षरता कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (एफएलसीआरपी) के रूप में चुना गया है. उन्होंने समुदाय के लिए शुरू होने वाले प्रशिक्षण की सफलता के लिए लीड बैंक, अन्य बैंकों और आरएसईटीआई से सहयोग मांगा.
नाबार्ड के एजीएम, यमुना पई (Yamuna Pai), नागालैंड ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक पेम्मीचोन नाखेदेई (Pemmichon Nakhedei), दीमापुर और पेरेन के एलडीएम, तेमसुरेनला जमीर (DM of Dimapur & Peren, Temsurenla Jamir), और राज्य प्रमुख सीएससी, लानुसोसांग जमीर मौजूद रहे.
कार्यक्रम के दौरान, चीफ मिनिस्टर माइक्रो फाइनेंस इनिशिएटिव (CMMFI) योजना के तहत नागालैंड ग्रामीण एक्सप्रेस योजना (एनआरईवाई) परियोजना का एक पिकअप ट्रक अत्सुनिपु SHG को सौंपा गया. पांच बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (बीसी) सखी को लैपटॉप, डिजीपे सखी को दो फिंगरप्रिंट डिवाइस और SHG को तीन ऋण स्वीकृति पत्र भी दिए गए.
इन पहलों के ज़रिये नागालैंड के स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा मिलेगा. SHG से जुड़कर महिलाओं को अपने उद्यम शुरू करने, आर्थिक आज़ादी हासिल करने, और फाइनेंशियल समझ बढ़ाने में मदद मिलेगी.