कई लोगों के जीवन का मिशन सिर्फ खुद तरक्की करना नहीं होता. ऐसे लोग दूसरों की भलाई में अपनी जीवन का लक्ष्य ढूंढ लेते हैं. ऐसा ही एक नाम है रिज़वान अदतिया (Rizwan Adatia). जाने-माने फिलैंथ्रॉपिस्ट (Philanthropist) और COGEF ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ (COGEF Group of Companies) के अध्यक्ष, रिज़वान (Rizwan) के परोपकारी प्रयास सांस्कृतिक और भौगोलिक सीमाओं को पार करते हुए कई समुदायों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं.
2030 तक 1 करोड़ लोगों तक पहुंचने का मिशन
रिज़वान अदतिया 2030 तक 1 करोड़ लोगों को खाना खिलाने के मिशन पर हैं. वह लगातार हर तरह से ज़रूरतमंदों की मदद करने के लिए काम कर रहे है. 2015 में, रिज़वान ने एशिया और अफ्रीका के वंचित समुदायों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए अदतिया फाउंडेशन (ग्लोबल) की शुरुआत की. रिज़वान का कहना है, “हमें तब तक आराम नहीं करना चाहिए जब तक कि स्थायी आजीविका दुनिया के हर इंसान की पहुंच में न हो. सबसे बड़े लक्ष्य ह्यूमन डिग्निटी को हासिल करने में हम सभी की अहम भूमिका है."
आरएएफ ग्लोबल (RAF Global), एक निजी, गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो एशियाई और अफ्रीकी महाद्वीपों के चुनिंदा देशों में काम करता है. इसका निर्देशन वैश्विक बोर्ड करता है. फाउंडेशन के अंतर्राष्ट्रीय विकास लक्ष्य को पूरा करने में एशियाई और अफ्रीकी देशों में काम करने वाले इंटरनेशनल डेवलपमेंट प्रोफेशनल्स (International Development Professionals) शामिल होते हैं.
फाइनेंशियल इन्क्लूशन (Financial Inclusion) के ज़रिये कर रहे आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित
RAF फाउंडेशन भारत (RAF Foundation India), डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, मोजाम्बिक, मेडागास्कर, स्वाजीलैंड, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में जरूरतमंद लोगों के जीवन और आजीविका को बेहतर बनाने के मिशन पर है. फाउंडेशन के कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र (UN) सतत विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) को पूरा करने पर ध्यान देते हैं. साथ ही, RAF ग्लोबल स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और वंचित समुदायों में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने पर भी ध्यान देता है. कमज़ोर नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के लिए फाइनेंशियल इन्क्लूशन (Financial Inclusion) के ज़रिये आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करता है. रोजगार को बढ़ावा देने के लिए श्रमिकों को ट्रेनिंग भी दी जाती है.
गुजरात में स्वयं सहायता समूहों (Self-help groups) के ज़रिये किया महिलाओं को सपोर्ट
रिज़वान का जन्म गुजरात (Gujarat) में हुआ था. अपनी जन्मभूमि के प्रति लगाव की वजह से यह राज्य RAF ग्लोबल का मुख्य लाभार्थी है. RAF ने गुजरात में महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (RAF supporting Self-help groups women) के ज़रिये एकजुट किया. उन्हें तरह-तरह की कौशल विकास गतिविधियां सिखाई जो उन्हें आजीविका कमाने में मदद करेंगी. अच्छे बिजनेस आइडिया को सपोर्ट करने के लिए उन्हें वित्तीय मदद भी दी जाती है. रोज़गार को बढ़ावा देने और ग्लोबल वॉर्मिंग (Global Warming) के खतरों का मुकाबला करने के लिए छोटे और सीमांत किसानों के बीच जलवायु स्मार्ट कृषि और ऑर्गनिक फार्मिंग (organic farming) को बढ़ावा दिया जाता है.
RAF ग्लोबल (RAF Global) सस्टेनेबल विकास की और कदम बढ़ाने के लिए फाइनेंशियल इन्क्लूशन (Financial Inclusion) पर ध्यान दे रहा है. स्वयं सहायता समूहों (Self-help groups) के ज़रिये महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार आ रहा है. फाउंडेशन के प्रयासों से प्रेरणा लेकर दूसरे संस्थान भी समाज कल्याण के लिए योजना बनाकर काम कर सकते हैं.