देश के समग्र विकास में स्वास्थ्य की अहमियत को पहचानते हुए सितंबर (September) महीने को राष्ट्रीय पोषण माह (National Nutrition Month) के रूप में पहचाना गया. इसे राष्ट्रीय पोषण मिशन (National Nutrition Mission) के रूप में भी जाना जाता है.
पोषण माह से होगा कुपोषण ख़त्म
इसका लक्ष्य (why is Poshan Maah celebrated) छह साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच कुपोषण (malnutrition) के स्तर को कम करना है. मार्च 2018 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी. छठी बार (6th Rashtriya Poshan Maah) पोषण अभियान (POSHAN Abhiyaan National Nutrition Mission- NPM in Hindi) मनाते हुए भारत के विभिन्न हिस्सों ने पोषण माह (Poshan Maah 2023) का जश्न अलग-अलग तरह से मनाया.
देशभर में तरह-तरह से मनाया जा रहा पोषण माह
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कामेंग जिले (Kameng district) के कई आंगनवाड़ी केंद्रों (Anganwadi centres) के बच्चों और कार्यकर्ताओं ने आहार में पोषक तत्वों को शामिल करने का लक्ष्य तय करते हुए माताओं और बच्चों की भलाई का संकल्प लिया. जागरूकता बढ़ाने के लिए, स्थानीय रूप से उपलब्ध पौष्टिक सब्जियों और फलों (nutritious vegetables and fruits) का प्रदर्शन भी किया.
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ग्रामीण विकास मंत्रालय (The Ministry of Rural Development) ने स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups) द्वारा पोषण माह (Poshan Maah) के उत्सव की तस्वीरें साझा कीं. भोजन और पोषण (nutrition) के साथ-साथ, SHG के सदस्यों ने पानी, सैनिटेशन और स्वच्छता (WASH) पर ज़ोर दिया.
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डीएवाई-एनआरएलएम (DAY-NRLM) के तहत स्वयं सहायता समूह (Self Help groups) के सदस्य 'सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत' (Suposhit Bharat, Sakshar Bharat, Sashakt Bharat) के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपने समुदायों में पोषण और स्वास्थ्य (nutrition and health) के बारे में जागरूकता (awareness) बढ़ा रहे हैं.
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गुजरात (Gujarat) का महिला एवं बाल विकास विभाग (The Women and Child Development Department) सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (social media platforms) व्हाट्सएप के ज़रिये 'अच्छे स्वास्थ्य के लिए पोषण' की ज़रुरत का संदेश फैला रहा हैं.
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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार के महिला एवं बाल विकास निदेशालय (The Directorate of Women and Child Development) ने एक महीने तक चलने वाले पोषण माह (Poshan Maah in MP) के उत्सव की शुरुआत साझा की. कई महिलाओं और बच्चों ने स्तनपान, भोजन और पोषण (breastfeeding, food, and nutrition) के महत्व पर नारे लगाते हुए रैली निकाली.
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असम (Assam) ने गोलाघाट जिले में 'राष्ट्रीय पोषण माह' (Rashtriya Poshan Maah) भी शुरू किया. इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) के प्रधान सचिव श्री मुकेश चंद्र साहू, निदेशक श्री बिबाश चंद्र मोदी, गोलाघाट जिला आयुक्त और कई अधिकारी शामिल हुए.
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गुजरात (Gujarat) की महिलाओं ने मेहंदी (Poshan Maah Mehendi) के ज़रिये मां और बच्चे की भलाई के लिए स्तनपान, भोजन और पोषण का संदेश दिया.
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बाल विकास परियोजना अधिकारी ने लद्दाख के कारगिल जिले (Kargil District, Ladakh) के सांकू तहसील के ताइसुरु गांव सहित कईं आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण माह का उद्घाटन किया. स्तनपान एवं ऊपरी आहार से जुड़ी बातें समझाई गईं.
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister, Yogi Adityanath) ने अन्नप्राशन और गोदभराई समारोह (Annaprashan and Godbharai ceremony) के साथ पोषण माह का उद्घाटन किया. 100 केंद्रों पर आंगनवाड़ी संसाधन किट (Anganwadi resource kit) वितरित किये गए.
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ये सभी कार्यक्रम पोषण अभियान को सफल बनाने में मदद कर रहे हैं. इनके ज़रिये पोषण से जुड़ी अहम बातें बताई जा रही हैं और महिलाओं में जागरूकता का स्तर भी बढ़ा है.