महिला स्वयं सहायता समूहों (women self help group) की आमदनी बढ़ाने के लिए उन्हें मार्केट तक आसान पहुंच देना ज़रूरी है. इसके लिए सरकार ब्रांडिंग और मार्केटिंग सपोर्ट (branding and marketing support) देने से जुड़े प्रयासों को बढ़ावा दे रही है. राजस्थान (Rajasthan) के आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) ने भी इस ओर पहल की. राजीविका (Rajivika) से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) की सदस्य महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग अब गई सरकारी संस्थानों की मदद से की जाएगी.
NGO से मिलेगी स्वयं सहायता समूहों को प्रोडक्ट मार्केटिंग और ब्रांडिंग में सहायता
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार की अध्यक्षता में इस संबंध में गैर सरकारी संगठनों (NGO) के साथ गैर वित्तीय कॉन्ट्रैक्ट (contract) किया गया. अनुबंध के अनुसार अब रणबंका बालाजी ट्रस्ट, इब्तदा, जन शिक्षा और विकास संगठन एवं मंजरी फाउंडेशन, राजीविका के स्वयं सहायता समूहों के प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग और ब्रांडिंग में सहायता करेंगे.
अनुबंध के मौके पर जल ग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग की निदेशक रश्मि गुप्ता और परियोजना निदेशक हरदीप सिंह मौजूद रहे. इस मदद के ज़रिये समूहों को अपने ग्राहकों तक पहुंचने और सेल बढ़ाने में मदद मिलेगी. दूसरे राज्यों में काम कर रहे गैर सरकारी संगठन भी राजीविका की तरह स्वयं सजायता समूहों की मदद के लिए आगे आ सकते है.