लाड़ली बहनें होंगी 10 हजारी !
"आने वाले दिनों में मैं चाहता हूं कि हमारे प्रदेश की सभी लाड़ली बहनें दस हजारी हो जाएं. हर लाड़ली बहन कम से कम दस हजार रुपए कमाए .वह परिवार में साथ दे और स्वाभिमान की ज़िंदगी जिए. यही नहीं चुनाव के बाद जो राशि आपके खातों में जमा हो रही, उसे एक हजार से बढ़ा कर डेढ़ हजार रुपए किया जाएगा .धीरे-धीरे हर लाड़ली बहन को हर महीने तीन हजार रुपए उसके खाते में जमा किए जाएंगे." इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivrajsingh Chauhan) ने लाड़ली बहनों के शपथ और स्वाभिमान के इस आयोजन में कही.
प्रदेश में लाड़ली बहनों (Ladali Bahana yojana second installment transferred) के खाते में 10 जुलाई को यह दूसरी किश्त (Installment) जमा हुई. पूरे प्रदेश में 1.25 करोड़ रुपए लाड़ली बहनों के खाते में जमा हुए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहर के कॉरिडोर इलाके में रोड शो (Road Show) के दौरान कई लाड़लियों से मुलाकात की.इसके बाद यहां बने पंडाल में सीएम (CM) ने लाड़ली बहनों को संबोधित किया.
रोड शो में महिलाओं का अभिवादन स्वीकारते सीएम चौहान (फोटो क्रेडिट : जनसंपर्क,इंदौर)
मालवी के साथ कई संस्कृतियों के रंग
लगभग सवा किमी के इस रोड शो में मालवी संस्कृति (Malwi Culture) के साथ कई रंग दिखाई दिए .मालवी संस्कृति को दर्शाने कुछ लाड़ली बहनों ने ख़ास घूंघट लेकर स्वागत किया .इस रोड पर ही कोई पंजाबी तो कोई मराठी अंदाज़ में तैयार हो कर सेल्फी (Selfie) लेती नज़र आईं . यहां तक की कुछ महिलाएं लाठियां लेकर स्वभिमान के साथ खड़ी रहीं. मंच पर इन बहनों ने दो किलो वज़न की राखी (Rakhi) भेंट की. सीएम पर फूल बरसाए .जनहित की योजनाओं की तख्तियां लेकर भी धन्यवाद दिया .
लाड़ली बहनों ने बड़ी राखी तैयार की,जिसे सीएम को दी (फोटो क्रेडिट : जनसंपर्क,इंदौर)
चाबी से मिलेगी सफलता को नई उड़ान
लाड़ली बहनों के खाते में पैसा जमा करने के साथ ही कुछ जरूरतमंद दिव्यांग (Handicapped sisters given scooty) बहनों को स्कूटी की चाबी सौंपी. मजबूर इन महिलाओं ने कहा ये सिर्फ स्कूटी की चाबी नहीं,बल्कि सफलता की नई उड़ान है. शहर की 25 महिलाओं को स्कूटी की चाबी सीएम ने सौंपी.ये महिलाएं अभी सिटी बसों में बैठ कर मजदूरी और दूसरी जगह दूर काम काम की तलाश में भटकती थीं.
मालवीया नगर (Malviya Nagar) की अर्चना सोलंकी को भी स्कूटी दी गई.अर्चना बताती है-" मैंने अपने पति संजय को कोरोना काल खो दिया. अपने दो छोटे-छोटे बच्चों मैं टिफिन सेंटर चलाकर कर पाल रही हूं. मुझे ख़ुशी है कि सीएम के हाथों मुझे स्कूटी दी गई. बाजार से अब मुझे सामन लाने में बहुत आसानी रहेगी .अभी बार सिटी बस में चढ़ना कठिन लगता था."
दिव्यांग महिला अपनी स्कूटी के साथ (फोटो क्रेडिट : जनसंपर्क,इंदौर)
अधिक घरों में मिलेगा काम
इस आयोजन में ही सीएम ने सामाजिक कल्याण विभाग (Social Justice Dept.) और रेड क्रॉस सोसाइटी (Red Cross Scoiety) की मदद से शहर की मुस्कान वर्मा को भी स्कूटी की चाबी दी. मुस्कान कहती है- "मेरे पति की 15 साल पहले दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी .घर चलना मुश्किल हो गया. बाद में मैं कुछ घर खाना बनाकर परिवार चला रही हूं. स्कूटी मिलने के बाद मुझे 6 घरों में खाना बनाने को काम मिल जाएगा. मैं आसानी से जा सकूंगी."
संस्कृति के रंग में रंगी लाड़ली बहनों ने स्वागत किया (फोटो क्रेडिट : जनसंपर्क,इंदौर)
मंत्रियों सहित महापौर ने बढ़ाया हौसला
इस आयोजन में कई मंत्री और महापौर मौजूद थे.उन्होंने ने भी लाड़ली बहनों का हौसला बढ़ाया. पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. निशांत खरे सहित विधायक मौजूद थे. प्रशासन की ओर से कमिश्नर,पुलिस कमिशनर, कलेक्टर इलैया राजा टी. और नगर निगम आयुक्त हर्षिका सिंह मौजूद थीं.