UP के अयोध्या में निर्मित श्रीराम मंदिर में जैसे-जैसे आस्था बढ़ रही वैसे वैसे श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ रही.बावजूद जो श्रद्धालु मंदिर तक नहीं आ पा रहे,उनके लिए भी मंदिर प्रशासन ने ध्यान रखा.ऐसे दूर दराज़ रह रहे श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन प्रसाद भेजने की व्यवस्था की गई.खास बात इस व्यवस्था की डोर self help group की महिलाओं को सौंपी.
Website पर लगातार मिलने लगे प्रसादम के ऑर्डर
अयोध्या में बने श्रीराम मंदिर में मिलने वाले प्रसाद की व्यवस्था प्रेरणा कैंटीन के पास है.प्रबंधन ने एक website भी तैयार की.इसी के माध्यम से श्रद्धालु की डिमांड पर रामलला का प्रसादम सभी जगह भेजा जा रहा.
शहर के Ajeevika Mission की रानी लक्ष्मी बाई स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को यह काम दिया.
समूह की सदस्यों ने बताया-"यह काम हमारे लिए सौभाग्य की बात है.हम ऑर्डर मिलते ही प्रेरणा कैंटीन से यह प्रसाद श्रद्धालु को उनके पटे पर भेज देते.हमारे पास चार श्रेणियों में 51, 151, 251 और 1008 रुपए में चार तरह के प्रसाद उपलब्ध हैं. वेबसाइट से लगातार ऑर्डर मिल रहे.हमें आर्थिक मजबूती मिल रही."
अयोध्या में बने श्रीराम मंदिर में विराजित रामलला की मूर्ति (Image:Google)
प्रसाद ऑर्डर देकर इसकी शुरुआत एक बैंक प्रबंधन ने की. यह वेबसाइट लगातार अपडेट की जा रही.
समूह की महिलाएं प्रसाद के पैकेट खुद तैयार कर रही.पैकेटों में प्रसाद के साथ सरयू नीर, अयोध्या की रज, खड़ांऊ, बालक राम की मनमोहक तस्वीर और अन्य आइटम मिलेंगे.
lakhpati didi बनाने के लिए इस प्रोजेक्ट से जोड़ा
उत्तर प्रदेश में काम कर रहे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने रोजगार के लिए कई तरह से काम शुरू किए.ये समूह की सदस्य लगातार आत्मनिर्भर हो रहीं.
अयोध्या के आजीविका मिशन की District Project Manager Sarita Verma ने बताया-"रामलला मंदिर का प्रसाद श्रद्धालु तक पहंचने का काम SHG को दिया गया.website के जरिए मिल रहे ऑर्डर पर प्रसाद भेजा जा रहा.इसमें 4 तरह की कैटेगरी है.शुद्धत्ता का पूरा ध्यान रहा जा रहा.हमें ख़ुशी है समूह की महिलाएं पूरे उत्साह से इस काम में जुटी हैं."
SHG द्वारा तैयार प्रसादम का अवलोकन करते DM IAS Nitish Kumar
State Rural Livelihood Mission के SPM Ajay Pratap Singh कहते हैं-"हर सार्वजनिक काम में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार के अवसर दिए जा रहे. हर काम का उद्देश्य समूह की महिलाओं को आर्थिक मजबूत कर lakhpati didi बनाना है."
उत्तर प्रदेश में साड़ी उद्योग से लगाकर krishi sakhi,bank sakhi और कौशल विकास से जोड़कर रोजगार दिलवाए जा रहे.
रामलला प्रसादम को लेकर भी प्रशासन और शासन ने समूह के काम की सराहना की.