दूसरे राज्यों की तरह, West Bengal में भी स्वयं सहायता समूह क्रांति तेज़ी से आगे बढ़, ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद कर रही है. दिनाजपुर पहुंच, ये क्रांति महिलाओं को SWM Scheme से जोड़ आर्थिक आज़ादी हासिल करने में मदद कर रही है.
Self Help Groups करेंगे Solid Waste Management units का संचालन
उत्तरी दिनाजपुर जिले के कालियागंज ब्लॉक की Solid Waste Management units के संचालन का काम महिला स्वयं सहायता समूहों (self help groups) को सौंप दिया गया है. कालियागंज में BDO कार्यालय परिसर में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ई-कार्ट चलाने का प्रशिक्षण दिया गया.
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उत्तरी दिनाजपुर के जिला मजिस्ट्रेट सुरेंद्र कुमार मीना ने कहा, “जिले में Solid Waste Management इकाइयों को महिलाओं द्वारा संचालित SHG को सौंप दिया गया है. ये उन्हें स्व-रोज़गार और आत्मनिर्भर बनाने की पहल है.” ई-कार्ट चलाना सीखने के बाद, वे collection, segregation, vermicompost और plastic waste management का काम संभालेंगी.
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SWM Scheme के तहत सुपारी के पौधे किये वितरित
ब्लॉक अधिकारियों ने महिलाओं के बीच सुपारी के पौधे भी वितरित किये. “Solid Waste Management (SWM Scheme) परियोजना क्षेत्रों में SHG महिलाओं द्वारा सुपारी के पौधे लगाए जाएंगे. इन पेड़ों से उन्हें लंबे समय में आर्थिक रूप से लाभ होगा,” कालियागंज के BDO प्रशांत रॉय ने कहा.
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कलियागंज में भंडार ग्राम पंचायत की SHG सदस्य ब्यूटी चौधरी ने कहा: “हमें ई-कार्ट चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है. हमें ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर से वेस्ट मटेरियल के कलेक्शन और सेग्रीगेशन के बारे में सिखाया गया है. ब्लॉक अधिकारियों ने हमारी सात ग्राम पंचायतों के लिए SWM Scheme के तहत सात ई-कार्ट उपलब्ध कराए. गंभीरता से काम करेंगे तो आत्मनिर्भर बनेंगे. साथ ही इससे प्रदूषण मुक्त होने में भी मदद मिलेगी.”
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केरेला, पंजाब, और सूरत समेत कई शहरों में स्वयं सहायता समूह (west bengal SHG) की महिलाएं Solid Waste Management का काम बखूबी संभाल चुकी हैं. इस तरह की पहलों से न सिर्फ महिलाओं को रोज़गार मिलेगा, बल्कि पर्यावरणीय स्वच्छता भी बढ़ेगी.