सेल्फ हेल्प ग्रुप्स की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार नई-नई योजनाएं और प्रयास कर रही है. ऐसी ही एक पहल की शुरुआत गुवाहाटी (Guwahati) में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के दिन की गई. जिसमें मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने महिलाओं को सशक्तिकरण की राह पर अग्रसर करने और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए योजना शुरू की है. इस योजना के तहत Self Help Groups बनाकर 39,56,000 महिलाओं को उद्यमिता (Women Entrepreneurship) से जोड़ा जाएगा. जिससे महिलाओं को रोजगार के साथ आर्थिक स्वतंत्रता मिलेगी.
असम की महिलाओं के लिए नई स्कीम्स
इस पहल की शुरुआत में हर एक महिला के बैंक खाते (Bank Account) में 10,000 रुपए जमा किए जाएंगे, जो उद्यमिता की और बढ़ने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कई नई स्कीम्स की असम (New Schemes of Assam) में शुरू की गई है. जैसे महिला बुनकरों (Women Weavers) के लिए ‘ स्वनिर्भर नारी ‘ (Swanirbhar Naari), लड़कियों के लिए भी केंद्र सरकार द्वारा कई सरकारी योजनाएं असम (Government Schemes in Assam) में लागू है , जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao Beti Padhao).
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एंटी पॉलीगैमी बिल
हाल ही में Assam Chief Minister Himanta Biswa Polygamy को बंद करने के लिए Anti Polygamy Bill को असेंबली मे पेश करेंगे. महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) को बढ़ाने और महिलाओं के साथ किसी भी तरह के हो रहे भेदभाव को जड़ से ख़त्म करने के लिए इस बिल को इंट्रोड्यूस किया जायेगा.
सरकार द्वारा शुरू की गई योजनएं SHG महिलाओं को नेतृत्व और विकास में भागीदार बनाती है, जो समृद्धि और सामाजिक समानता की दिशा में अग्रसर होने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है.