TPSODL के साथ डिजिटल साक्षरता हुई आसान

डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने की दिशा में TPSODL ने कदम आगे बढ़ाया है. वह दक्षिणी ओडिशा में अपने लाइसेंस प्राप्त संचालन क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता अभियान चला रहा है. इस अभियान का लक्ष्य ग्रामीण समुदायों के बीच डिजिटल साक्षरता को बढ़ाना है.

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Image Credits: OMMCOM News

डिजिटल साक्षरता (digital literacy) को बढ़ावा देने की दिशा में टीपी सदर्न ओडिशा डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (TPSODL) ने कदम आगे बढ़ाया है. वह दक्षिणी ओडिशा में अपने लाइसेंस प्राप्त संचालन क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता अभियान चला रहा है (TPSODL running digital literacy campaign in rural Odisha). इस अभियान का लक्ष्य ग्रामीण समुदायों के बीच डिजिटल साक्षरता को बढ़ाना है. इस मुहिम के चलते 2,500 महिला स्वयं सहायता समूहों (डब्ल्यूएसएचजी) को प्रशिक्षित किया जा चुका है (women SHG trained in digital literacy).

TPSODL के साथ बढ़ रहा डिजिटल एक्सपोजर 

यह अभियान लगभग 1 हज़ार ग्राम पंचायतों को कवर करते हुए 10 लाख से ज़्यादा ग्रामीणों तक पहुंच चुका है.  टीपीएसओडीएल ने गांव और ब्लॉक-स्तरीय बैठकों के ज़रिये डिजिटल एक्सपोजर, ऑनलाइन भुगतान विकल्प, डिजिटल इन्सेन्टिव्स, सरकारी योजनाओं तक पहुंच और एजुकेशनल कंटेंट के फायदे के बारे में जागरूक किया. अभियान के ज़रिये गंजम, गजपति, कोरापुट, रायगडा, मलकानगिरी, नबरंगपुर, कंधमाल और बौध जैसे जिलों को कवर किया गया.

दूरदराज के क्षेत्रों में डिजिटल पहुंच को बढ़ाने के लिए एनजीओ भागीदारों के साथ ग्रामीण युवाओं, कॉलेज जाने वाली लड़कियों, महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) के सदस्यों, पंचायती राज प्रतिनिधियों, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए घर-घर अभियान चला रहे हैं. डिजिटल साक्षरता के अलग़-अलग पहलुओं पर चर्चा की जा रही है. इसके अलावा, पंचायत स्तर पर 300 से ज़्यादा छोटे समूह की बैठकें आयोजित की गई हैं.

डिजिटल साक्षरता अभियान के ज़रिये 2,500 से ज़्यादा SHG महिलाएं हुईं सशक्त 

टीपी दक्षिणी ओडिशा डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के सीईओ श्री अमित गर्ग ने बताया कि डिजिटल साक्षरता अभियान के ज़रिये 2,500 से ज़्यादा महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को सशक्त बनाया गया है. इस पहल का लक्ष्य डिजिटल डिवाइड को काम करना और महिलाओं को डिजिटल सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाना, उनके डिजिटल सशक्तिकरण और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है.

अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए, टीपीएसओडीएल गैर सरकारी संगठनों के साथ सहयोग कर रहा है और सक्रिय रूप से दूरदराज के पहाड़ी और आदिवासी गांवों तक पहुंच रहा है. डिजिटल साक्षरता की ज़रुरत के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए SHG संघों, किसान समूहों और पंचायती राज संस्थान के सदस्यों सहित सामुदायिक समूहों के साथ बैठकें आयोजित की जाती हैं.

टीपीएसओडीएल जैसे और भी संस्थान ग्रामीण समुदायों के बीच डिजिटल साक्षरता बढ़ाने और डिजिटल गैप को कम करने के लिए डिजिटल सेवाओं और संसाधनों तक पहुंच को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.