Cooperative Societies ने आज महिलाओं को Financial Freedom , Literacy की एक नई पेहचान दी हैं. महिलाओं का पैसों को manage करके एक पूरा नया business शुरू करना आज किसी पुरुस्कार मिलने से काम नहीं. अपने पैरो पर खड़े होकर small business चलना ही सरकार और self help group का main motive है.
ग्रामीण महिलाओं को सशक्त करने के लिए ही The Swan Women Multipurpose Cooperative Society (SWMCS) की शुरुआत हुई.
यहां महिलाओं को micro Credit Finance loans दिए जाते है उनका business खोलने और चलाने के लिए.
Credit Facilities 10 करोड़ रुपयों तक extend की जाती हैं , जिससे महिलाएं एक medium level तक अपने Business को एक ऊँचे मुक़ाम तक ले जाएं.
SWMCS इस महिला महासंघ की एक सहायक संगठन है ,जिसमें Una जिले के लगभग 14,000 ग्रामीण महिलाएं शामिल हैं। यह संगठन ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण को संभव बनाने का काम कर रहा है, और इसे किसी भी सरकारी सहायता के बिना किया जा रहा है.
SWMCS की अध्यक्ष राजकुमारी ने कहा -
''उनका कार्यक्षेत्र सदस्यों को ऋण सुविधाएँ उपलब्ध कराना है जिनकी ब्याज दरें बैंकों से कम हों और उन्हें अपनी बचत पर 1 प्रतिशत अधिक ब्याज प्रदान करना, जो बचत खाता, फिक्स्ड या रिकरिंग डिपॉजिट के रूप में हो सकती है. उन्होंने बताया कि सदस्यों को उनके अपने समूह के सदस्यों की गारंटी पर ऋण प्रदान किया जाता है और इसमें कोई भी पेचीदा कानूनी प्रक्रिया शामिल नहीं होती.''
Image Credit: Gates Archive
2006 में, राज्य सरकार ने Japan International Cooperation Agency (JICA) की वित्तीय सहायता के साथ 'Swan River Integrated Watershed Management Project’ की शुरुआत की थी, जिसे Swan River IWMP के नाम से भी जाना जाता है. इस परियोजना का उद्देश्य Swan River System और मानसून के दौरान इसके जलस्रोतों और पारित्र इलाकों के बाढ़ की समस्या का समाधान करना था.
IWMP के अंतर्गत, water harvesting structures जैसे कि चेक डैम बनाए गए थे ताकि तेज़ बहाव वाले पानी को रोका जा सके और इसकी गति को कम किया जा सके, इससे जल को धरती के अंतर्गत Reservoir में जाने का समय दिया जा सकता था. यह Reservoir के चारों ओर Green area भी बनाता था. फंसे हुए पानी का किसानों द्वारा सिंचाई और Fisheries के लिए इस्तेमाल किया गया.
River System के पारित्र क्षेत्र में गाँवों में अन्य बुनियादी ढांचे भी बनाए गए और महिलाएं SHG बनायीं गईं ताकि project के ख़तम होने दूसरे प्रोजेक्ट के लक्ष्यों की निरंतरता सुनिश्चित की जा सके. जब 2014 में यह project close हो रहा था, तब 50 पंचायत में लगभग 425 SHG थे, ओर करीब 5000 महिलाएं, इन्हे वापिस पीछे ना ले जाते हुए एक Umbrella Foundation बनायीं गयी, ताकि महिलाएं सशक्तिकरण की ओर अपने कदम बढ़ाती रहे.
SWMCS की सचिव सुनीता शर्मा ने कहा -
पिछले नौ सालों में, समाज ने अपने सदस्यों को लोन के रूप में 10 करोड़ रुपये से अधिक दिए हैं, और उन्होंने जोड़ा कि आज तक कोई भी ऋण चक्रवृद्धि नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने बच्चों की शिक्षा, आय उत्पादन की गतिविधियों, शौचालय, रसोई, पशुओं के शेड, बेटी की शादी के लिए लोन लेती हैं, साथ ही अन्य कई आवश्यकताओं के लिए भी, जो हमारे मोटो 'महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित' को जायज़ करता है. समाज का वर्तमान कारोबारी पूंजी आज 16 करोड़ रुपये से अधिक है और सहकारी विभाग द्वारा किए गए सभी वित्तीय मुआयनों में, समाज को "ए+" श्रेणी की ग्रेडिंग प्राप्त हुई है.
इसी नई पहचान से Una की महिलाएं Women Empowerment की ओर बढ़ रहीं हैं.