चलिए एक काम करते है... आज से 100 साल पहले चलते है... उस वक़्त की महिलाओं को लेकर जो विचारधारा थी उसके बारे में सोचते है. दिमाग में आया होगा, घर पर काम करती एक महिला... घूंघट में... ना किसी बात में अपनी बात रखने वाली...या पुरूषों के कामों के बीच एप विचार रखने वाली...
Ayodhya में हमारे रामलला 22 जनवरी को ही आ गए है... पूरे देश ने मनो अपनी ख़ुशी जताने के लिए आप सारा दुःख आसुंओं के साथ बहा दिया था उस दिन. Ayodhya फिर से सज गई और अब वहां भक्तों का आवागमन इतना बढ़ चुका है जिसका कोई जवाब नहीं. उत्तर प्रदेश की सरकार तैयार हो चुकी है भक्तों का स्वागत अयोध्या नगरी में करने के लिए.
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Ayodhya में Ram Mandir के दर्शन के लिए Pink Auto
Ayodhya administration के साथ मिलकर, वहां के परिवहन विभाग ने Ram Bhakton के साथ Ayodhya की जनता के लिए विशेष एक बहुत ही विशेष व्यवस्था की है. उबर ने अयोध्या को प्रदुषण से मुक्त रखने के लिए इस पहल की शुरूआत की है. ये सारी pink autos electricity से चलेंगी और इनको चलाने वाली होंगी सारी महिलाएं.
प्रदुषण को काबू करेगी Ayodhya pink auto पहल
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ये नए automobiles पूरे अयोध्या में होने वाले विभिन्न धार्मिक आयोजनों में लोगों को transportation की सुविधा प्रदान करने के लिए तैयार किए गई हैं. भारत में बढ़ते प्रदुषण को देख सरकार यह प्रयास हर समय कर रही है कि ऐसी पहलों को आगे बढ़ाए जिनसे आने वाली पीढ़ियां प्रदुषण से परेशान ना हो. इलेक्ट्रिक वाहनों आज की पयावरण से जुड़ी परेशानियों को खत्म करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
UP Chief Minister Yogi Adityanath ने पहल की शुरुआत की
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath ने इस पहल को महिला सशक्तिकरण और प्रदूषण मुक्त Uttar Pradesh के विचार को सफल करने के लिए शुरू किया है. इस कदम से क्षेत्र में स्वच्छ और साफ़ वातावरण बनाने के लक्ष्य में योगदान देने के साथ-साथ भक्तों के लिए तीर्थयात्रा के अनुभव में बढ़त होने की उम्मीद है.
राम राज्य में महिलाओं को सबसे पहले रखा जाता था. चाहे देवता है या आम मनुष्य, अपनी मां, बहन, पत्नी और मित्र को ही सबसे पहले रखते थे. तो देखा जाए तो अयोध्या नगरी में दोबारा महिला सशक्तिकरण की नींव रखी है सरकार ने इस पहल को launch कर के. वह दिन दूर नहीं जब भारत में दोबारा महिलाओं को उनकी असल जगह दोबारा वापस मिलेगी.
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