Self Help Group in UP की महिलाओं को नई चुनौती के साथ नए रोजगार से जोड़ने के लिए पहल की जा रही. SHG से जुड़ी महिलाओं के लिए कौशल विकास मिशन (Kaushal Vikas Mission) ने ड्राइवर-सहायक के लिए ट्रेनिंग दिलवाने की योजना बना ली. SHG की महिलाएं बहुत उत्साहित हैं.
1500 SHG महिलाएं लेंगी UP में Driving Training
Uttar Pradesh के Self Help Group की 1500 Members ड्राइवर और कंडक्टर बनने की Training लेंगी. कौशल विकास मिशन के एक्सपर्ट यह भूमिका निभाएंगे. इस पायलेट प्रोजेक्ट के लिए 15 District तय किए. इनमें आगरा (Agra), मथुरा (Mathura), गोरखपुर (Gorakhpur), वाराणसी (Varanasi), प्रयागराज (Prayagraj), कौशांबी (Kaushambi), मेरठ (Meerut), उन्नाव (Unnao), लखनऊ (Lucknow), अयोध्या (Ayodhya), रायबरेली (Raebareli) प्रमुख हैं.
UP के मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ (Yogi AdityaNath) की मौज़ूदगी में Uttar Pradesh Rural Ajeevika Mission और Transport Corporation में इस योजना का अनुबंध हुआ. इस मौके पर कृषि उत्पादन आयुक्त (Commissioner) मनोज कुमार सिंह, आजीविका मिशन (Ajeevika Mission in UP) की निदेशक (Diractor) दीपा रंजन (Dipa Ranjan) सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
Madhya Pradesh में शान से बसें चला रहीं लेडी ड्राइवर
Uttar Pradesh में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को चालक और परिचालक की ट्रेनिंग देने की योजना बनाई जा रही. इधर MP में बहुत पहले से Lady Driver taxi और Buses चला रहीं. हाल ही में इंदौर (Indore) आजीविका मेले सहित प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में Ajeevika Mission अंतर्गत SHG महिलाओं को E - Rickshaw दिए गए. इंदौर, भोपाल, उज्जैन जैसे शहरों में महिलाएं ई-रिक्शा, सिटी बसें चला रहीं. आजीविका मिशन के जिला योजना प्रबंधक (DMM) हिमांशु शुक्ला (Himanshu Shukla) कहते हैं- "हमारे जिले में SHG की महिलाओं को ई-रिक्शा दे कर रोजगार से जोड़ा है."
lady Driver Nisha Sharma (Image: Ravivar Vichar)
इंदौर की I Bus के नाम से लोकप्रिय सिटी ट्रांसपोर्ट में भी Pink Bus Lady Driver ही चला रहीं. इनमें से सबसे पहले स्टेयरिंग संभालने वाली ऋतु नरवाले (Ritu Narwale) कहती हैं- "मुझे खुशी है इंदौर में Pink Bus चलाने का सौभाग्य मिला. ट्रेनिंग के बाद मैं लगभग दो साल से बस चला रही. यदि दूसरे शहर और राज्य भी महिलाओं को प्रमोट करते हैं तो ख़ुशी होगी."
इस AICTSL अंतर्गत पिंक बस की एक दूसरी लेडी ड्राइवर (Lady Driver) निशा शर्मा (Nisha Sharma) भी इंदौर की महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित Pink I Bus को चलाते देखा जा सकती है. हमेशा अपने अंदाज़ में बस चलाने वाली लोकप्रिय निशा कहती हैं- "मैंने पहले टेक्सी भी चलाई. जब इंदौर में महिलाओं के लिए पिंक बस का ऑफर मिला तो इस चुनौती को भी लिया. मैं पूरे कॉन्फिडेंस से बस चलाती हूं. यदि Uttar Pradesh में महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा रही तो यह ख़ुशी की बात है. महिलाएं किसी से कम नहीं."
AICTSL के BRTS संचालन के सुपरवाइज़र (Supervisor) चेतन कार्णिक (Chetan Karnik) ने बताया- "हमारे यहां दो साल से लेडी ड्राइवर और सपोर्ट सटाफ है. और बढ़िया संचालन कर रहीं हैं."
AICTSL की Public Relation Officer (PRO) डॉ. माला ठाकुर (Mala Thakur) कहती हैं- "इंदौर जैसे शहर ने हर जगह अपनी अलग पहचान बनाई. जब 2019 में महिलाओं के लिए अलग से बस सुविधा की योजना बनी, तभी लेडी ड्राइवर और सहायक के रूप में महिलाओं को ही मौका दिया. ख़ुशी है कि UP में भी महिलाओं को अवसर दिया जा रहा है."