MP के Indore जिले के कदवाली बुज़ूर्ग गांव के स्वयं सहायता समूह की दीदियां भी परिवार और समूह की सदस्य दीए बनाने में जुटीं हैं. इसका सीधा फायदा महिलाओं की इनकम पर पड़ा.
PM Modi के दीवाली मनाने के आह्वान का दिखा असर
Ayodhya में 22 जनवरी को होने वाले Shri Ram Pratishtha आयोजन और पूरे देश में दीवाली मनाने का असर MP में भी दिखने लगा. इंदौर जिले में आजीविका मिशन से जुड़ी महिला और उनके स्वयं सहायता समूह को भी काम मिला.
Indore जिले कदवाली बुज़ूर्ग गांव की ललिता सुभाष बताती है-"कुम्भकार व्यवसाय का हमारा पुश्तैनी धंधा है. समूह से जुड़ने के बाद काम और कमाई के साथ नई पहचान बन गई. हमारे यहां लोकल और आसपास के गांव व्यासखेड़ी,फरसपुर जैसे 10 ज्यादा गांव में दीए की दिमान बढ़ गई. हम परिवार के सदस्य मिलकर दीए सहित दूसरे आइटम बना रहे."
कदवाली में गांव में तैयार दीए और मटके (Image: Ravivar Vicahar)
कदवाली गांव के एकता ग्राम संगठन (Village Organization) की अध्यक्ष संतोषी प्रजापति कहती है-"हम खुश हैं कि हमारे समूह की दीदियां दीए बना रहीं. सीधा अयोध्या तक हमारा सप्लाई नहीं है, लेकिन यहां के लोगों के माध्यम से ये दीए सभी जगह जा रहे. 22 जनवरी को हर घर लगने वाले दीए में हमारे गांव के तैयार दीए इंदौर जिले में भी प्रज्वलित होंगे. इससे से समूह की कमाई और बढ़ी."
पुश्तैनी कारोबार को मिला एडवांस माहौल
इंदौर जिले के कदवाली बुज़ूर्ग सहित दूसरी जगह बनाए जा रहे दीए और मिट्टी के आइटम को एडवांस माहौल मिल गया. Ajeevika Mission के जरिए बनाए गए Self Help Group में सदस्य बनने के बाद पुश्तैनी कारोबार को नया रोजगार मिला.
Indore Ajeevika Mission की ABM Nishu Gupta कहती है-"हमने SHG में ऐसे परिवार की दीदियों को भी शामिल किया,जो पहले से व्यापार कर रहीं थीं. कुम्भकार समाज से जुड़ी महिलाओं को एक से दो या कर अधिक का लोन CCL द्वारा बैंकों से दिलवाने में मदद की.अभी समूह में दीए बनाने की डिमांड बढ़ी है. हम लगातार मीटिंग और महिलाओं को प्रोत्साहित कर रहे."
सांवेर ब्लॉक में कई आयोजन में समूह हिस्सा लेते हुए (Image: Ravivar Vicahar)
इंदौर जिले सांवेर ब्लॉक के BM Vijay Panchal बताते हैं- "सांवेर ब्लॉक में अयोध्या और प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के कारण समूह के भी दीए बिके. इससे से समूह को कमाई में फायदा हो रहा."
Indore District Project Manager Himanshu Shukla कहते हैं- "जिले के समूह मिट्टी के आइटम बना रहे. खास कर दीए, मटके और करवाचौथ के करवे जैसे आइटम. 22 जनवरी के मद्देनज़र दीयों की डिमांड पूरे जिले में बढ़ी है.कुछ व्यापारी भी सीधे खरीद रहे. यह ख़ुशी की बात है कि इस प्राण प्रतिष्ठा आयोजन का आर्थिक फायदा SHG की महिलाओं को भी मिल रहा."