राज्य सरकार स्वयं सहायता समूह (SHGs) की महिलाओं को आर्थिक मजबूती देने और स्थानीय उत्पादों को पहचान दिलाने के लिए अलग-अलग प्रयास कर रही है. ऐसी ही पहल उत्तराखंड सरकार भी कर रही है. हाल ही में सैनिक कल्याण, कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री, गणेश जोशी (Minister Of Soldier Welfare, Agriculture And Rural Department, Ganesh Joshi) विकास भवन में अधिकारीयों के साथ बैठक में, सरकार की अलग-अलग योजनाओं की जानकारी लेने के साथ, ग्रामीण क्षेत्र में मंडुवा, झंगोरा, गहत और चौलाई जैसी फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए जोर दिया.
SHG महिलाओं को मंडुवा की खरीद पर मिल रहा इन्सेंटिव
उन्होंने बताया कि, मंडुवा के लिए सरकारी खरीद मूल्य 38.46 रूपए प्रति किलो है और इसके उत्पादन से किसानों की आय बढ़ेगी. Self help groups की महिलाओं को मंडुवा की खरीदी पर 1.5 रूपए प्रति किलो का इन्सेंटिव दिया जायेगा. इससे किसानों को फसलों के उचित दाम मिलेंगे और महिला SHGs को आजीविका में मदद मिलेगी. उन्होंने जिले में एप्पल मिशन (APPLE Mission) के अंतर्गत, किसानों को सेब उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया.
उन्होंने बताया कि, उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रहीं योजनओं से किसानों को लाभ पहुंच रहा है. धामी सरकार का लक्ष्य है कि, वह साल 2025 तक, उत्तराखंड में कृषि, उद्यान और मिलेट्स के उत्पादन को दुगना करना. इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय उत्पादन को बढ़ाने से किसानों और SHG महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत बनाने के लिए योजनाएं शुरू करेगी. सरकार के इन प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास होगा.