छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गांवों में बीसी सखियां (BC Sakhi) कमाल कर रही हैं. छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) (Chhattisgarh State Rural Livelihood Mission (BIHAN) के तहत डिजिटल फाइनेंस (digital finance) के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाली पंद्रह बीसी सखियों को सम्मानित किया गया.
महिला स्वयं सहायता समूह (Women self help groups) डिजिटल लेन-देन (digital transactions) को प्रोत्साहित करने के साथ दूरदराज क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं (door to door banking services) दे रही हैं.
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बीसी सखियों और बैंकर्स को किया गया सम्मानित
रायपुर (Raipur) में सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (CSC e-Governance Services India Limited) द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया. सेल्फ हेल्प ग्रुप्स में डिजिटल लेन-देन को बढ़ाने के लिए बैंकों द्वारा शुरू की गई दोहरी प्रमाणीकरण की प्रक्रिया में उत्कृष्ट काम करने वाली बीसी सखियों और बैंकर्स को सम्मानित किया गया.
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग (Panchayat and Rural Development Department) के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने बताया , "साल 2030 तक पूरे देश से गरीबी हटाने का लक्ष्य रखा गया है. गरीबी दूर करने के लिए वित्तीय समावेशन (financial inclusion) जरुरी है."
SHG महिलाएं अपने साथ-साथ गांव की आर्थिक स्थिति में भी बदलाव लाई हैं. अनगिनत लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाई हैं. इन 15 SHG महिलाओं की मेहनत और संघर्ष के बारे में सुनकर हर कोई इन्हें सलाम करता है.
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SHGs पंहुचा रहे लोगों तक बैंकिंग सेवा
इन बीसी सखियों में से एक हैं सुनीता साहू, जो धमतरी जिले की है. उन्होंने दुर्ग की ममता पटेल, कांकेर की पुष्पा बाई, गरियाबंद की खेमेश्वरी तिवारी, और रायगढ़ की नेमिका पटेल के साथ इस सम्मान को प्राप्त किया. इन महिलाओं ने न केवल बैंकिंग सेवाओं को लोगों तक पहुंचाया, बल्कि अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार किया है.
बीसी सखियों ने अपनी मेहनत और संकल्प से कठिनाई को पार कर आत्म-समर्पण और संघर्ष से लक्ष्य को हासिल किया. छत्तीसगढ़ राज्य में इन बीसी सखियों ने हमारे समाज में गरीबी को कम करने का एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (State Rural Livelihood Mission) की संचालक श्रीमती पद्मिनी भोई साहू ने बीसी सखियों और बिहान टीम की उपलब्धियों को बधाई देते हुए कहा, "महिलाओं ने न केवल अपने घर को संभाला है, बल्कि अपने गांव और क्षेत्र के लोगों के लिए भी एक मिसाल प्रस्तुत की. SHG महिलाएं बैंकिंग सेवाएं देकर आमदनी बढ़ा रही हैं. राज्य में 3790 बीसी सखियां कार्यरत हैं."
छत्तीसगढ़ और ओडिशा सीएससी (Odisha CSC) के प्रमुख श्री मदन मोहन राउत ने बताया , "सीएससी तकनिकी सपोर्ट देकर लोगों को सहायता दे रही है. इस काम में 74 SHGs काम कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में 150 से ज्यादा बीसी सखियां महीने के छह हज़ार रूपए कमा रही हैं."
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डिजिटल मड़ई के छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक (Chhattisgarh State Gramin Bank of Digital Madai) के चेयरमैन श्री आई. के. गोहिल, संस्थागत वित्त की संचालक श्रीमती शीतल सारस्वत वर्मा और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के डिजिटल फाइनेंस के नोडल अधिकारी श्री वीकेश अग्रवाल, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (State Rural Livelihood Mission) के संयुक्त संचालक श्री आर. के. झा, श्री चन्द्रप्रकाश पात्रे, सीएससी के श्री जय नारायण पटेल, मनीष शुक्ला, विकास तिवारी, एसआरएलएम (SRLM) के अलग-अलग जिलों से आए जिला कार्यक्रम प्रबंधक भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे.