टैलेंटेड, ग्लैमरस, स्टनिंग अभिनेत्रियों की लम्बी लिस्ट में एक पॉवरफुल नाम है अक्षरा हासन (Akshara Haasan). वह तमिल और हिंदी सिनेमा (Tamil-Hindi Cinema) में अहम भूमिकाएं निभा चुकी है.
शमिताभ (2015) से हुई फ़िल्मी करियर की शुरुआत
अक्षरा ने धनुष के साथ कॉमेडी ड्रामा शमिताभ (2015) से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की, और बाद में कदाराम कोंडन (2019) में भी दिखाई दीं (Akshara Haasan movies). अक्षरा हासन का जन्म 1991 में चेन्नई में अभिनेता कमल हासन (Kamal Haasan) और सारिका ठाकुर के घर हुआ. श्रुति हासन (Shruti Haasan) उनकी बड़ी बहन है.
Image Credits: Akshara Haasan/ Instagram
हासन ने 2010 की फिल्म 'सोसाइटी' में राहुल ढोलकिया के सहायक निर्देशक के रूप में काम किया, जिसमें उनकी मां सारिका ने अभिनय किया था.
फिल्म 'अच्चम मैडम नानम पायिरप्पु' में दिखाया महिलाओं का संघर्ष
अभिनेत्री हासन ने अमेज़ॅन प्राइम वीडियो (Amazon Prime) पर रिलीज़ हुई फिल्म 'अच्चम मैडम नानम पायिरप्पु' में पवित्रा नाम की 19 वर्षीय लड़की का किरदार निभाया. फिल्म पवित्रा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक रूढ़िवादी पृष्ठभूमि से आती है. वह एक जिज्ञासु किशोरी और एक स्मार्ट महिला होने के बीच उस अजीब अवस्था में है और सामाजिक अपेक्षाओं और व्यक्तिगत इच्छाओं के बीच संतुलन बनाने के लिए संघर्ष कर रही है. ये कहानी समाज के अधिकतर महिलाओं से जुड़ी है.
Image Credits: Akshara Haasan/ Instagram
सिल्वरस्क्रीन इंडिया से बात करते हुए, हासन ने बताया, “पवित्रा मुझसे बहुत अलग है, न केवल उसकी उम्र, बल्कि उसका व्यक्तित्व भी. उसका किरदार निभाना काफी दिलचस्प था क्योंकि उस किरदार को निभाने के लिए मुझे एक इंसान के तौर पर खुद को छोड़ना पड़ा."
Women - driven set पर हुआ empowering महसूस
वह बताती हैं कि सेट पर भारी संख्या में महिलाएं थीं. हासन के अलावा, फिल्म में उषा उथुप, मालगुडी सुभा, अंजना जयप्रकाश, शालिनी विजयकुमार, जानकी सबेश, कलाईरानी भी शामिल हैं. सिनेमैटोग्राफर श्रेया देव दुबे ने शूट किया है और सुशा ने संगीत दिया. एडिटर कीर्तना मुरली, प्रोडक्शन डिजाइनर शानू मुरलीधरन, कॉस्ट्यूम डिजाइनर थेमिस वैनेसा, क्रिएटिव प्रोड्यूसर विद्या सुकुमारन, कलरिस्ट महक गुप्ता और मेकअप आर्टिस्ट अभिरामी शिवकुमा शामिल थीं.
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हासन का कहना है कि "वीमेन ड्रिवेन सेट पर काफी एम्पॉवरिंग महसूस हुआ, क्योंकि ऐसा अक्सर नहीं होता है."
फिल्म जगत में अक्षरा हासन की भूमिका महिलाओं की क्षमता पहचानने और फिल्म इंडस्ट्री (film industry) में जेंडर इक्वलिटी (gender equality) लाने के लिए प्रेरित कर रही है.