बचपन में जब मैं अपनी दादी के साथ शाम की चाय लेकर बैठती थी तो अक्सर वो मुझे अपने बचपन के कहानी किस्से सुनाने लग जाया करती थी. इतने रोचक होते थे ये किस्से कहानियां की कब रात हो जाती पता ही नहीं चलता. एक कहानी है जो अक्सर दादी नानी सुनती थी मुझे कि कैसे वो लोग पानी भरने के लिए दूर नदी पर जाते थे ताकि घर में साफ़ पानी कि कोई कमी नहीं हो.
उनकी सारी दोस्त मिलकर साथ में पानी भरने जाया करती थी. सुबह होने से पहले, मिलकर लंबे लंबे रास्तों पर निकल जाती थी हमारी दादी नानी. फिर कुछ समय बाद माहौल बदला और उन लोगों के मौहल्ले में एक टैंकर आने लगा जिससे पानी भरने के लिए सारे लोग लंबी कतारों में लगते थे.
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भारत के कितने घरों में पानी का connection है?
आज पूरे भारत में 59% घरों में ही पानी का connection मिलता है. इस तरह 18/12/2023 तक, देश के 19.43 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से, लगभग 13.85 करोड़ (72%) परिवारों के घरों में पानी की कमी नहीं है. नल चालू करो और भरपूर पानी. लेकिन फिर बचे हुए 28 % घरों का क्या? हम सोचते भी नहीं कि आज भी ऐसे बहुत घर है जहां पानी के लिए इन ही पुराने तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. लोग आज भी पानी के लिए टैंकर्स, नदियों, और नहर पर निर्भर है.
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हमें तो शायद पानी कि इतनी कीमत ना हो लेकिन हर उस इंसान को जिसे आज भी परेशान होना पड़ता हो उससे पूछे तो पता चले कि पानी की कितनी ज़रुरत है. सरकार ने भी ये ठान लिया है कि अब हर घर में पानी जैसी प्राथमिक ज़रूरत के लिए किसी को परेशान नहीं होना पड़ेगा.
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Jal jeevan mission क्या है?
सरकर की एक योजना है जिसका नाम है Jal jeevan mission. Jal jeevan mission का vision 2024 तक ग्रामीण भारत के सभी घरों में व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने की है. इस कार्यक्रम के तहत source sustainability measures को भी लागू किया जाएगा, जैसे कि recharge and reuse through grey water management, water conservation, rain water harvesting. Jal jeevan mission पानी के प्रति community approach पर आधारित होगा और इसमें मिशन के major component के रूप में education और communication शामिल होगा.
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Jal jeevan mission का vision क्या है?
ये है jal jeevan mission vision statement- प्रत्येक ग्रामीण परिवार को affordable service delivery charges पर regular और long-term basis पर prescribed quality के adequate quantity में पीने के पानी की आपूर्ति होती है, जिससे ग्रामीण समुदायों के living standards में सुधार होता है.
Jal jeevan Mission का mission क्या है?
Jal Jeevan mission assist, empower और facilitate करेगा:
1. प्रत्येक ग्रामीण परिवार और सार्वजनिक संस्थान के लिए long-term basis पर पीने योग्य पानी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहभागी rural water supply strategy की योजना बनाने में States/ UTs. जीपी भवन, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, कल्याण केंद्र, आदि.
2. States/ UTs को जल आपूर्ति के बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है ताकि 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण घर में कार्यात्मक नल कनेक्शन (एफएचटीसी) हो और निर्धारित गुणवत्ता का पर्याप्त मात्रा में पानी नियमित आधार पर उपलब्ध कराया जा सके.
3. States/ UTs अपनी पेयजल सुरक्षा के लिए योजना बनाएं-
जीपी/ग्रामीण समुदायों को अपने स्वयं के गांव में जल आपूर्ति प्रणालियों की योजना बनाना, कार्यान्वयन, प्रबंधन, स्वामित्व, संचालन और रखरखाव करना होगा.
4. States/ UTs को उपयोगिता दृष्टिकोण को बढ़ावा देकर क्षेत्र की सेवा वितरण और वित्तीय स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने वाले मजबूत संस्थान विकसित करने होंगे.
5. हितधारकों की क्षमता निर्माण और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए पानी के महत्व पर समुदाय में जागरूकता पैदा करना.
6. मिशन के implementation के लिए States/ UTs को वित्तीय सहायता का प्रावधान करना और जुटाना.
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Jal jeevan kosh क्या है?
भारत सरकार ने jal jeevan mission को successful करने के लिए हर प्रयास को पूरी तेज़ी से आगे बढ़ाया है. उन्ही में से एक है jal jeevan kosh या Jal jeevan fund. कई individuals/ institutions/ corporates/ foreign donors/ philanthropists, आदि की सोच होती है 'to give back to the society'.
इसे स्वीकार करते हुए, अपनी पसंद के गांवों में सुरक्षित पेयजल आपूर्ति के निर्माण और प्रत्येक ग्रामीण घर और गांव के संस्थानों को पीने योग्य नल के पानी की आपूर्ति के लिए 'jal jeevan mission' बनाने के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण के अनुसार, सुविधा प्रदान करने के लिए Rashtriya Jal Jeevan Kosh’ (RJJK) launch किया गया है. Schools, anganwadi centres, tribal residential schools, health-cum-wellness centres, etc में नल का पानी उपलब्ध कराने के लिए भी योगदान दिया जा सकता है.
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Har ghar jal yojana क्या है?
Jal Jeevan mission का पूरा नाम ही Har ghar jal yojana है. भारत सरकार देश के प्रत्येक ग्रामीण घर में नल से पानी की आपूर्ति का प्रावधान करने के लिए राज्यों के साथ साझेदारी में Jal Jeevan mission (JJM)- Har ghar jal yojana की गई है. जल एक state subject है और इसलिए उनके घरों में नल का पानी उपलब्ध कराने के लिए पाइप जल आपूर्ति योजनाओं की योजना बनाने और उन्हें लागू करने की प्राथमिक जिम्मेदारी संबंधित राज्य/केंद्र शासित प्रदेश की है.
अगस्त 2019 में Jal Jeevan mission की घोषणा के समय, 3.23 करोड़ (17%) ग्रामीण घरों में नल के पानी के कनेक्शन होने की सूचना मिली थी. तब से, अतिरिक्त 9.41 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल जल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं. इस तरह, 18/12/2023 तक, देश के 19.43 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से, लगभग 13.85 करोड़ (72%) परिवारों के घरों में पानी की कमी नहीं है.
Jal jeevan Mission में self help groups की ज़रूरत
Jal jeevan Mission विशेष रूप से महिलाओं को age-old drudgery को खत्म करके लाभान्वित करेगा. यह खासकर rural public health के संदर्भ में एक game changer साबित होगा, खासकर बच्चों के लिए, क्योंकि उनके घरों और स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों आदि में पीने योग्य पानी से बीमार होने की संभावना को बड़े number से कम करेगा.
JJM को सहभागी तरीके से लागू किया गया है और self help groups (SHGs), NGO, community-based organizations, voluntary organizations आदि को समुदाय में जागरूकता बढ़ाने और मिशन के तहत सम्मिलित करने में मुख्य भूमिका निभाने में मदद करने के लिए आगे लाया जा रहा है.
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Jal jeevan mission और Women empowerment
आज तक जब भी घरकामों की बात सामने आए तो एक महिला का चेहरा ही दिमाग में आता है. और ये आज का हाल नहीं बल्कि सदियों से चला आ रहा है. जब भी 2 घंटे चल कर पानी भरने की भी बात आई तो एक महिला को ही सामने लाया गया. सर्दी, धूप, बारिश या कुछ और... औरत ही हमेशा आगे आई है. लेकिन jal jeevan mission के तहत हर महिला को जितना सुकून और आराम मिला है वो सबसे ज़्यादा सराहनीय बात है.
एक महिला और लड़की इस jal jeevan mission की मदद से अपनी हर दिन के 2 घटने बचा रही है.आज तक जाने कितने kilometers चल कर महिलाओं को अपने घर के लिए स्वच्छ पानी का इंतेज़ाम करना पड़ता था. लेकिन आज 19.43 करोड़ घरों की महिलाएं आराम से घर में पानी का connection लेकर खुश है.
Jal jeevan mission को आगे बढ़ा रही Jal sakhis
भारत सरकार सिर्फ महिलाओं की समस्या ही नहीं खत्म कर रही बल्कि ये भी कोशिश कर रही है की उन्हें इस पहल से जोड़कर आर्थिक रूप से स्वावलम्बी भी बनाया जाए. Self help groups से जुड़ी महिलाओं को सरकार सशक्त करने के लिए jal sakhi का concept सामने लेकर आई है.
असम गुवहाटी में इस concept को आगे बढ़ाया गया है और इस pioneering initiative से सभी महिलाओं को भरपूर लाभ मिल रहा है. GMDW&SB और ASULMS के इस कार्यक्रम के तहत, मिशन के तहत women self help groups (SHGs) को ASULMS द्वारा "Jal sakhis" के रूप में कार्य करने के लिए संगठित किया जा रहा है.
यूपी सरकार ने भी अपने राज्य के ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर Jal sakhi yojana की शुरुआत की है जिसे UP Jal Sakhi Yojana भी कहा जाता है. इस योजना के माध्यम से 10वीं एवं 12वीं कक्षा पास महिलाओं/युवतियों को पानी बिलो के वितरण व वसूली का काम दिया जा रहा है. राज्य के ग्रामीण इलाकों की जो महिलाएं यूपी जल सखी योजना का लाभ प्राप्त करना चाहती हैं वह अपने इलाके की self help groups से जुड़ रही है और लाभ उठा रही है.
हर महिला को इस योजना के तहत हर प्रकार का लाभ मिलेगा. उनका समय बचेगा, वे आत्मनिर्भर बनेंगी, सशक्त बनेंगी, आर्थिक रूप से खुद को और परिवार को आगे बढ़ा पाएंगी, बच्चों का जीवन सुधार पाएंगी. सरकार का लक्ष्य साफ़ है, वे देश को आगे बढ़ाना चाहते है. देश को आगे बढ़ने के लिए महिलाओं को आगे बेहद ज़रूरी है और इसी के लिए सरकार का हर प्रयास महिलाओं को ध्यान में रखकर लिया जाता है. यह प्रयास भी देश और महिला सशक्तिकरण को लेकर एक बहुत बड़ी पहल साबित होगी.