वीडियो : करीब 7 हज़ार साल पुरानी एलकोहॉलिक बेवरेज मीड्स के बारे में ऋग्वेद में भी लिखा गया है. इतिहासकारों का मानना है कि मीड्स Meads कृषि से पहले से बनाई जा रही है. मीड को पानी और यीस्ट का इस्तेमाल कर शहद को फरमेंट करके बनाया जाता है.
योगिनी बुधकर और डॉ. अश्विनी देवरे ने किया सस्टेनेबल स्टार्टअप शुरू
कुछ नया आज़माने की इच्छा रखने वाले उपभोक्ताओं की वजह से मीड भारत के शराब बाज़ार में लोकप्रियता हासिल कर रहा है.मीड्सकोसस्टेनेबल स्टार्टअप (sustainable startup)में बदलने का आईडिया आयायोगिनी बुधकर(Dr Yoginee Budhkar) और डॉ.अश्विनी देवरे(Dr Ashwini Deore) को.