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एक ओर जहां महिलाएं स्वयं सहायता समूहों (Women SHGs) से सशक्त होकर अपने सपनों को पूरा कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ समूह मतभेद होने के कारण हिंसा की ओर बढ़ रहे हैं. मेरठ के रोहटा परिसर में हुई मुठभेड़ की घटना (SHG women fighting) ने हमें सोचने पर मजबूर कर दिया.
समूहों में हुई मुठभेड़
मेरठ, उत्तर प्रदेश (Meerut, Uttar Pradesh) के रोहटा (Rohta) परिसर में विचारों में मेल न खाने की वजह से, दो समूह आपस में भिड़गए और पथराव शुरू कर दिया. मारपीट में कार्रवाई को लेकर स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups) से जुड़ी ज्योति ने थाने पहुंचकरन्याय की मांग की और गेट पर ही धरने पर बैठ गई.
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तबियत बिगड़ने पर समूह सदस्य को ले जाया गया अस्पताल
पुलिस ने ज्योति को उठाना चाहा, पर वह गेट पर लोटकर हंगामा मचाने लगी. कुछ समय बाद तबियत बिगड़ गई, एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया. मामले की जांच जारी है.
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स्वयं सहायता समूह (SHG) यदि विकास की ओर बढ़ना चाहते हैं, तो उन्हें मतभेदों को पार कर, एक दूसरे का सहयोग करना होगा.