CG के Janjgir Chanpa जिले में इन दिनों एक महिला ने bank sakhi बन कर बुज़ुर्गों की मददगार साबित हो गई. self help group से जुड़ी यह महिला चेऊडीह पामगढ़ की रहने वाली है. गांव और आसपास इलाकों में यह बैंक से जुड़े काम कर रही.
लेपटॉप सीखा और अब कर रही लाखों का टर्न ओवर
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के चेऊडीह की अनीता देवी कुर्रे खुद कभी लेपटॉप नहीं चलती थी.अब यही अनीता लाखों का टर्नओवर कर लोगों की मदद भी कर रही.
SHG से जुड़ने के बाद अनीता ने बैंकिंग के काम सीखे.अनीता बताती है -"आजीविका मिशन से जुड़ने के बाद मुझे bank sakhi के लिए ट्रेनिंग दिलवाई. लोन से लेपटॉप ख़रीदा और उसे चलाना सीखा. गांव में मनरेगा में काम करने वाले ग्रामीणों के बैंक खाते में जमा पैसे निकालना.आधार कार्ड लिंक करना सहित बुज़ुर्गों की पेंशन में सपोर्ट करने लगी.इससे मिलने वाले कमीशन से मेरी आर्थिक स्थिति सुधर गई."
बैंक काम से सेंटर पहुंचे बुज़ुर्ग और महिलाएं (Image: Ravivar Vichar)
इस गांव से बैंक की दूरी लगभग 5 किमी है.वहां जाकर लोगों को लेने में लगना पड़ता था.अनीता देवी की वजह से यह परेशानी दूर हो गई.
100 से ज्यादा bank sakhi दे रहीं सेवाएं
जांजगीर चांपा जिले में 116 BC महिलाएं अलग-अलग इलाकों में सेवाएं दे रहीं. Bank Sakhi की वजह से समूह की महिलाओं का काम आसान हो गया.
जिले के Ajeevika Mission Bihan के District Mission Manager (DMM) Upendra Dubey ने बताया-"जिले में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अलग अलग तरह से काम कर रोजगार से जुड़ी हुईं हैं.जिले में 10 हज़ार समूह के माध्यम से 1 लाख से अधिक महिलाएं सदस्य हैं.यहां Namo Drone Yojana से लगाकर महिलाएं Modern Farming के लिए kisan didi की ट्रेनिंग भी ले चुकीं हैं.साथ ही Animal Husbandry का काम कर रहीं."
जिले में बैंक सखी से जुड़ीं महिलाएं सफल हैं.