MP के Dhar जिले की रहने वाली अनीता काग की कहानी बड़ी दिलचस्प और प्रेरणादाई है.छोटे से गांव कोणदा की रहने वाली ने घर के कामकाज से निकल कर परिवार में आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए self help group से जुड़ी और बिज़नेस वुमन बन गई.
Businees Woman बन केक वाली दीदी की पहचान
कोणदा गांव में अनीता काग को सभी केक वाली दीदी के नाम से पहचानते हैं. Maruti SHG से जुड़ कर Revolving Fund की मदद मिली.इसी से अनीता की ज़िंदगी में बदलाव आ गया.अनीता काग बताती है-"समूह से जुड़ने के बाद मैंने ऑटोमेटिक इल्क्ट्रॉनिक सिलाई मशीन ली.धीरे-धीरे मेरी कमाई बढ़ गई.इसी के साथ मैंने CCL से डेढ़ लाख रुपए का लोन लिया.
केक बनाती हुई अनीता काग (Image: Ravivar Vichar)
और बेकरी मशीन खरीद ली.कई तरह के एडवांस केक बनाना सीखे.रोज़ केक के ऑर्डर मिल रहे.डिमांड के अनुसार अनीता केक बनाने लगी.CLF सुसारी ब्लॉक में अनीता का महत्व बढ़ गया.
Krishi Sakhi, Drone Didi के साथ CRP तक की कमान
लगातार 4 साल की मेहनत के बाद अनीता और समूह की सदस्यों की आर्थिक स्थिति में तेज़ी से सुधार हुआ.अनीता आगे बताती है-"मेरे परिवार में कुछ खेती के ज़मीन भी है.मैंने krishi sakhi की ट्रेनिंग ली.organic farming को बढ़ावा देने के लिए मैंने और समूह की महिलाओं को भी प्रोत्साहित कर रही.मुझे ख़ुशी है Namo Drone didi की भी ट्रेनिंग ली.अपने खेत के साथ ड्रोन का उपयोग दूसरे किसान के खेत पर भी करूंगी."
namo drone scheme में भी ड्रोन दीदी बनी अनीता (Image: Ravivar Vichar)
अनीता की मेहनत देख Ajeevika Mission ने CRP भी बनाया.जिससे कई समूह जोड़े और महिलाओं को रोजगार का लाभ मिला.
Dhar की District Project Manager (DPM) Aparna Pandey बताती है-"अनीता काग ने कृषि सखी और ड्रोन दीदी की ट्रेनिंग ली.दूसरे संसाधन से कमाई बढ़ा कर Lakhpati Didi की श्रेणी में शामिल हुई.यह समूह के साथ जिले की बड़ी उपलब्धि है."
अनीता खुद अब 25 हज़ार रुपए महीना कमा लेती है.केंचुआ खाद का बिज़नेस कर आर्गेनिक खेती को बढ़ा रही.