रीता फारिया (Reita Faria) फैशन (fashion) की दुनिया का वह नाम है जिसने 'मिस वर्ल्ड' के स्टेज पर भारत ही नहीं बल्कि एशिया को पहचान दिलाई थी (First Indian/Asian woman to become Miss World). वह 1966 में मिस वर्ल्ड ब्यूटी पेजेंट (world beauty pageant) जीतने वाली पहली एशियाई महिला बनीं. उस समय, वह 23 वर्षीय मेडिकल छात्रा (medical student) थी. 23 अगस्त, 1943 को मुंबई में जन्मी रीता फारिया ने ब्यूटी पेजेंट और पेशेवर डॉक्टर, दोनों टाइटल्स को बखूबी संभाला.
प्राइज मनी से की स्त्री रोग विशेषज्ञ बनने की पढ़ाई
रीता ने सिर्फ सुंदरता को अपनी तारीफ की वजह नहीं बनने दी. मिस वर्ल्ड ने अपनी पढ़ाई के लिए कई फिल्म कॉन्ट्रैक्ट्स को ठुकराया. उन्होंने 2,500 पाउंड की प्राइज मनी का इस्तेमाल स्त्री रोग विशेषज्ञ (Reita Fariya became gynecologist) बनने के लिए किया. उन्होंने चिकित्सा के अपने जुनून को आगे बढ़ाया और किंग्स कॉलेज लंदन से मेडिकल की डिग्री हासिल की. उन्होंने स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान में विशेषज्ञता हासिल की. महिलाओं के स्वास्थ्य देखभाल में सुधार लाने के लिए उन्हें विश्व स्तर पर सम्मान और पहचान मिली. वह महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों '(women's health advocate) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई पहलों में शामिल रही. बेहतर मातृ स्वास्थ्य और प्रजनन अधिकारों के लिए उनकी वकालत ने उन्हें चिकित्सा पेशेवरों और वीमेन राइट्स एक्टिविस्ट्स (Women's Rights activist) के लिए आदर्श बना दिया.
डॉ रीता फारिया ने साझा किया, “ग्लैमर की दुनिया मुझे कभी भी हर तरह से सुरक्षित नहीं महसूस करा सकती. काश लड़कियों एहसास हो सकता कि सुंदरता और प्रसिद्धि सिर्फ पलभर के साथी है. सिर्फ फिजिकल ब्यूटी की चमक के पीछे भागना परेशानी की वजह बन सकती है. इन दिनों किसी सेलिब्रिटी के लिए एक खुशहाल परिवार बनाना असामान्य है, लेकिन असली खुशी यहीं है - सुरक्षित रिश्तों में."
महिलाओं की सेहत के लिए लोगों को किया जागरूक
वह सुंदरता, इंटेलिजेंस और संवेदना का परफेक्ट कॉम्बिनेशन थी. उन्हें 'ब्यूटी विद ब्रेन्स' (beauty with brains) के नाम से पहचान मिली. अपने सभी पैशन्स को बेहतरीन तरीके से फॉलो कर रीता दुनिया भर में लड़कियों और महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी. उन्होंने ब्यूटी स्टैंडर्ड्स के मायने बदले. उन्होंने मन की सुंदरता, बुद्धिमत्ता, करुणा और दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए काम किया. मिस वर्ल्ड का ताज पहनने से लेकर एक कुशल डॉक्टर बनने और महिलाओं की सेहत के लिए जागरूकता फ़ैलाने तक उन्होंने समाज में अहम योगदान दिया. उनकी कहानी दुनियाभर की महिलाओं को हर चुनौतियों से जीत, अपने सपनें पूरे करने के लिए प्रोत्साहित करती है.