स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) से जुड़ी कमज़ोर तबके की महिलाओं के लिए जिला प्रशासन ने खास तरह की कॉमन लिंक तैयार करवाई. इसमें आसानी से महिलाओं के गोबर से तैयार प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे. इसी महीने इस काम की शुरुआत हुई.
700 से ज्यादा महिलाओं मिलेगी नई पहचान
उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) में 700 से ज्यादा महिलाओं को अब नई पहचान मिलने जा रही है. मथुरा (Mathura) आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के जिला मिशन मैनेजर (DMM) सत्येंद्र अनुरागी (Satyendra Anuragi) ने बताया- "जिले के 104 SHG से जुड़ीं महिलाएं गोबर (Cow Dung) से प्रोडक्ट्स बना रहीं हैं. इसे बढ़ावा देने के लिए NIC जिला प्रशासन के जिला अधिकारी (DM) ने ऑनलाइन लिंक तैयार करवाई. ये प्रोडक्ट्स (Products) अब अमेज़न पर उपलब्ध हैं. इससे प्रक्रिया से 670 से ज्यादा महिलाओं को सीधा लाभ मिलेगा."
SHG द्वारा तैयार गोबर के अलग-अलग प्रोडक्ट्स (Image: Ravivar Vichar)
ट्रेनिंग के साथ तैयार किए आकर्षक पैकेट्स
Self Help Group की महिलाओं को इस काम के लिए ख़ास ट्रेनिंग दी गई. SHG की महिलाओं ने बताया- "ट्रेनिंग से हमारा विश्वास बढ़ा. हम ये डिब्बे बहुत आकर्षक ढंग से तैयार कर रहे. 51 तरह के प्रोडक्ट्स में दीये के अलावा लक्ष्मी जी की मूर्तियां अलग-अलग तरह से तैयार की. साथ ही आइटम्स इस डिब्बे में पैक किए. इसका रेट 250 रुपए पर डिब्बा रखा."
SHG द्वारा तैयार गोबर के अलग-अलग प्रोडक्ट्स (Image: Ravivar Vichar)
सेल्फ हेल्प ग्रुप (Self Help Group) की महिलाओं का हौसला बढ़ाने के लिए जिला अधिकारी (DM) शैलेंद्र सिंह (Shailendra Singh) उत्पादों के पैक का उद्घाटन किया गया. डीएम सिंह ने कहा- "दीपावली (Deepavali)पर इन प्रोडक्ट्स का बहुत महत्व है. समूह की महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग पैकेट्स खरीदें."
जिला विस्तार अधिकारी (DDO) मनीष मीना (Manish Meena)ने बताया- "इससे कमज़ोर महिलाओं को और अधिक आर्थिक मजबूती मिलेगी. इस लिंक पर करते ही प्रोडक्ट्स डिटेल्स मिल जाएगी."
जिले के डीआईओ एनआईसी अनिल अग्रवाल, डायरेक्टर इनफॉर्मशन टेक्नोलॉजी अजय गुप्ता, डीसी एनआरएलएम दुष्यंत सिंह आदि ने भी ये प्रोडक्ट्स ऑर्डर किए. पुलिस अधीक्षक ऑफिस को भी महिलाओं ने जाकर पैकेट भेंट किया.