"हम Paani Foundation के satyamev jayate farmer's cup के आभारी है जो उन्होंने हमें खुद की आजीविका तैयार करने का मौका इस रूप में दिया है." ये शब्द होते है हर ताई के जो इस Satyamev jayate farmer's cup से जुड़कर आगे बढ़ती है और अपने भविष्य को उज्जवल बनाती है.
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Farmer's cup महिलाओं में एक healthy competition की भावना तैयार करता है ताकि वे आगे बढ़ने का हरसंभव प्रयास करें. लेकिन कहते है ना काम के साथ थोड़ी मौज मस्ती भी करना ज़रूरी है. तो बस Paani foundation के Satyamev Jayate farmer's cup की वजह से ये महिलाएं अपने गाँव से पहली बार एक trip पर गयीं. यह थी ladies special trip, जिसमें 68 साल की आजी से 30 साल की महिला तक सब थे.
Satyamev jayate farmer's cup की ओर से निजामपूर, आर्वी की महिलाएं गयी ट्रिप पर
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“यह पहली बार था जब हम गाँव की महिलाएँ एक साथ यात्रा पर गईं थी. मैंने पंढरपुर, शिरडी, अक्कलकोट आदि नौ स्थानों पर जाकर भगवान के दर्शन किये.मेरे और मेरी महिला मित्रों के लिए ये बेहद ख़ुशी के पल थे. हम गांव की पहली महिला हैं जो अपने दोस्तों के साथ घूमने गईं. हमारे समूह में 68 वर्षीय दादी से लेकर 30 वर्षीय मां तक सभी उम्र की महिलाएं शामिल थी.
गाँव छोड़ने से लेकर नौ शहरों की यात्रा तक, रहने से लेकर एक-दूसरे की देखभाल करने तक, सारी योजनाएं हम सब ने तैयार करी. हम 7-8 दिन तक ट्रेन और एसटी बसें बदलते हुए मजे से घूमते रहे. हमें किसी भी चीज़ का डर तो लग ही नहीं रहा था. भले ही हम सब पहली बार घुमनें गए थे लेकिन जितनी ख़ुशी थी हम सबको उसने हमारा सारा डर खत्म कर दिया.
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ये सब मुमकिन हुआ है paani foundation की group farming की वजह से. 'Satyamev jayate farmer's cup 2024' में हमने प्रेरणा महिला शेतकारी ग्रुप का गठन किया. एक साथ इनपुट खरीदकर, एक साथ काम करके, हम में से प्रत्येक ने पांच से छह हजार रुपये बचाए थे. सभी महिलाओं का मानना था कि हमें अपनी बचत खुद पर खर्च करनी चाहिए.
हमनें सोचा कि घरेलू ज़िम्मेदारियों, खेती-बाड़ी और दूसरे कामों के चलते हम कभी भी अपने गाँव के बाहर कि दुनिया नहीं देख पाए थे. इसीलिए बचत के पैसों से हम सबने एक यात्रा पर जाने का फैसला किया. सभी के परिवारों का भी साथ था. हम सब 13 दिनों तक खुशी-खुशी घमते रहे. Group farming से हम सबको इतनी हिम्मत और ताकत मिली कि आज हम सब गांव से बाहर जाकर घूम के वापस आ चुके है."
यह कहा है गांव निजामपूर तालुका आर्वी के प्रेरणा महिला शेतकरी गट के एक सदस्य प्रीती चौधरी ने.