MP के SAGAR जिले के Rehli Block के तीखी गांव में रामकुमारी पटेल ने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से जैविक समूह खड़ा कर दिया. खुद के साथ कई परिवारों की खेती में बदलाव आ गया. आर्थिक स्थिति सुधरी और लागत खर्चे से ज्यादा इनकम हुई.
SHG के Organic Group से खुले income के नए रास्ते
Sagar जिले में तीखी गांव की Self Help Group की महिलाओं ने Ajeevika Mission की सहायता से जैविक समूह बना लिया. रामकुमारी पटेल ने पढाई में मास्टर्स किया. रामकुमारी पटेल बताती है- "हमारी ढाई एकड़ की ज़मीन है.हर साल जितना लागत खर्च होता, उतनी कमाई भी नहीं हो रही थी. हमने ब्लॉक के अधिकारियों से ट्रेनिंग लेकर 15 महिलाओं के साथ organic group बनाया. हमने Vermicompost और Organic Center बनाया. इसमें सभी तरह के मथास्त्र 25 लीटर, नीमास्त्र 20 लीटर,ब्रमास्त्र 35 लीटर, हांडी खाद 20 लीटर और अग्निअस्त्र 35 लीटर आदि बना कर खेतों में उपयोग किया."
वर्मीकम्पोस्ट खाद बनाते हुए रामकुमारी पटेल (Image: Ravivar Vichar)
रामकुमारी के घर में ही पालतू मवेशी होने से गोबर भी उपलब्ध हो गया. शुरू में रामकुमारी की सालाना कमाई 66 हजार 300 रुपए निकली जबकि लागत और दूसरे पारिवारिक खर्चा 97 हजार 900 आया. जैविक खेती और संसाधन का उपयोग करने के बाद लागत 60 हजार 900 रुपए आई जबकि कमाई 1 लाख 47 हजार 600 रुपए हुई.
खेत से मिलने लगी कई किस्म की उपज
समूह में सभी सदस्य मिलकर जैविक खेती करने लगे. रामकुमारी आगे बताती है- "मेरे पति देवी सिंह पटेल भी सहयोग करने लगे. हमने गेहूं के अलावा टमाटर, बालोर, बैंगन और गोभी जैसी सब्जियों को लगाकर organic खाद उपयोग किया. हमारी कमाई लगातार बढ़ रही. इस समय सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जा रहा मोरिंगा के बीच भी सागर से लाए."
खेत में लगे जैविक टमाटर तोड़ती हुई रामकुमारी (Image: Ravivar Vichar)
Sagar के CEO जिला पंचायत (ZP) PC Sharma कहते हैं- "organic farmingसे फसलों की गुणवत्ता भी बढ़िया हो रही. जैविक खाद से ज़मीन भी उपजाऊ होने लगी है. इस क्षेत्र में और अधिक सदस्यों को प्रमोट किया जाएगा."
State Rural Livelihoods Mission Bhopal के SPM Manish Panwar बताते हैं- "सागर जिले में organic group बनाने के लिए NATIONAL RURAL ECONOMIC TRANSFORMATION PROJECT (NRETP) योजना में TRAINING दिलवाई गई. अब SHG की महिलाओं को लगातार Promote किया जा रहा."