मध्य प्रदेश (MP) के पन्ना (Panna) जिले में इस बार स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं ने दीपावली (Dipawali) पर ख़ास कारोबार के साथ कमाई का नया रास्ता निकाला. इसकी सभी जगह प्रशंसा हो रही.
गौशाला में तैयार किए गोबर के हजारों दीये
पन्ना (Panna) के पास ही लक्ष्मीपुर में बनी शारदा गौशाला (Gaushala) में इन दिनों चहल-पहल है.यहां स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं ने अपनी मेहनत से कमाई का आधार ढूंढ लिया. आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के सपोर्ट से मां शारदा स्वयं सहायता समूह यहां गोबर (Cowdung) के दीये बना रहीं . इकोफ्रेंडली दीये (Ecofriendly Diya) बनाने के साथ ही दीवाली के लिए लोगों ने बुक कर लिए.
समूह की सदस्यों ने बताया -"गौ कास्ट उत्पाद निर्माण में गोबर से दीये के अलावा शुभ-लाभ, स्वस्तिक जैसे आइटम्स भी बना रहे. हमें ख़ुशी है कि गोबर का उपयोग दीपावली त्यौहार पर अच्छे काम में होगा. प्रदूषण का खतरा कम होगा."
पन्ना जिले की लक्ष्मीपुर गौशाला में गोबर के दीये बनाती समूह सदस्य (Image: Ravivar Vichar)
ट्रेनिंग से बढ़ा समूह में उत्साह
इस काम के लिए SHG की महिलाओं के लिए आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) ने ख़ासतौर पर ट्रेनिंग की व्यवस्था की. जिला परियोजना प्रबंधक (DPM) प्रमोद शुक्ला (Pramod Shukla) ने बताया - "यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है. समूह की महिलाएं गौशाला में ही गोबर से दीये और दूसरे आइटम्स बना रहीं. महिलाओं को ट्रेन करने के लिए सतना जिले के अमरपाटन से ट्रेनर बुलवाए गए. ट्रेनर्स ने महिलाओं को दीये सहित सभी आइटम्स बनाना सिखाए."
इस अभियान के लिए कृषि विभाग के जिला प्रबंधक ओपी सोनी, लघु उद्यमिता विकास के विवेक मिश्रा और क्लस्टर प्रभारी मनीष पांडेय समूह की महिलाओं को सपोर्ट कर रहे. खासतौर पर कलेक्टर (DM) हरजिंदर सिंह (Harjindar Singh) और जिला पंचायत (ZP) सीईओ (CEO) संघप्रिय (Sanghpriy) ने SHG की महिलाओं का हौसला बढ़ाया. अधिकारियों ने कहा के अगले साल और अधिक महिलाओं को इस काम में जोड़ा जाएगा.