हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी (Mandi) जिले का धर्मपुर ब्लॉक (Dharmpur Block) इन दिनों चर्चा में है. मोटे अनाज (Millets) का प्रमोशन और SHG महिलाओं की सुधरती आर्थिक स्थिति से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा. कोदरे के लड्डू और दूसरे आइटम्स को लेकर महिलाएं काम कर रहीं हैं.
कोदरे के लड्डू भी हुए ऑनलाइन
मंडी (Mandi) जिले के धर्मपुर ब्लॉक में सिद्धपुर ग्राम पंचायत अंतर्गत सकोह गांव (Sakoh Village) में स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) की महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे मोटे अनाज (Millets) कोदरे के लड्डू (Kodara Laddu) को प्रचार के लिए ऑनलाइन (Online) कर दिया. असर यह हुआ कि डिमांड बढ़ी और लड्डू हाथों हाथ बिकने लगे. आजीविका मिशन (Ajeevika Mission) के मदद से जागृति स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) ने शुद्ध देसी घी में कोदरे के लड्डू (Kodara Laddu) बनाने का काम शुरू किया. इसकी ट्रेनिंग सज्जाओपिपलू में हुई.
SHG की प्रमुख रीबना देवी ने बताया- "समूह को बहुत काम मिलने लगा. इस काम में सुचिता, पूनम, जमीला, लीला, नगीना, कला, पार्वती, चंचला और कलावती इस काम को करने में जुटी हुई हैं."
इस काम में सिद्धपुर में गठित FPO (Farmer Production Organization) मदद कर रहा.
अचार का भी हुआ रजिस्ट्रेशन, 100 किलो अचार बेचा
किसान उत्पादक सहकारी संस्था (FPO) के भूपेंद्र सिंह ने बताया- "लगातार काम को देखते हुए समूह के लिए 10 हजार पैकिंग डिब्बे का ऑर्डर भी दिया. अचार बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया. लाइसेंस भी मिल गया. एक निश्चित ब्रांड नाम के साथ समूह की महिलाएं अचार भी बेचेंगी. लोकल स्तर पर लगभग 100 किलो अचार बेच दिया.कोदरे के छिलके को पीसने के लिए मशीनें भी मंगवाई हैं."
जाग्रति समूह (SHG) की सचिव रजनी ने बताया- "हमारे समूह की सदस्यों ने बिलासपुर (Bilaspur)जा कर अचार और मोटे अनाज (Millets) से डिश बनाने की ट्रेनिंग भी ली. देसी घी में लड्डू तैयार किए जा रहे. साथ ही हम लोग आटा भी लोकल तैयार कर रहे."
Self Help Group की सदस्य इसके अलावा मोमो, मिठाई, कचौरियां, हलवा, चाय, चिल्हडू, एहंकलू, बाबरू जैसे कुछ लोकल खाने के आइटम्स भी बनाएंगे. जिससे कस्टमर और अधिक जुड़ सकें.