महुआ तेल, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर और प्रोटीन जैसे महत्वपूर्ण खनिजों से भरपूर होता है, और स्वास्थ्य लाभों के लिए भी प्रसिद्ध है. तेलंगाना में कोल्ड प्रेस्ड महुआ तेल उत्पादन यूनिट की स्थापना कर, ट्राइबल स्वयं सहायता समूह (Telagana self help groups) के सदस्य उद्यमिता की ओर बढ़कर वित्तीय लाभ कमा रहे हैं. महुआ तेल की बिक्री से उनकी आय भी स्थिर होगी.
महुआ तेल प्रोसेसिंग यूनिट में 10 लाख रुपये का निवेश
श्री हनुमान संयुक्त जिम्मेदारी समूह के पांच सदस्यों ने दो हफ्ते पहले कद्दमेद्दूर में महुआ तेल प्रोसेसिंग यूनिट की शुरुआत की. इसमें 10 लाख रुपये का निवेश किया गया है. अपने संयुक्त प्रयास, संयुक्त जनजाति विकास एजेंसी उटनूर, ग्रामीण गरीबी के समापन समाज (सरेप) और जिला प्रशासन के साथ मिलकर, इस प्रयास को सफल बनाया है.
डीआरडीओ प्रोजेक्ट डायरेक्टर विजयलक्ष्मी ने बताया कि जिले में महुआ उपलब्ध होने से उन्हें सामान लेने बाहर भी नहीं जाना पड़ता है. स्वयं सहायता समूह (SHG) के सदस्यों को आईटीडीए-उटनूर (ITDA Utnoor) से छह लाख रुपये की स्वीकृति मिली ओर बाकी लागत सरेप और जिला प्रशासन से.
तेल उत्पादन से SHG कमा रहे महीने के 15,000 रूपए
समूह से जड़ा हर एक सदस्य महीने के तेल उत्पादन से 15,000 रूपए कमा रहे हैं. सदस्य महुआ बीज को कद्दमेद्दूर मंडल के अलग-अलग हिस्सों के स्थानीय जनजातियों से 30 रुपये प्रति किलोग्राम पर खरीदते हैं. दिसंबर से मई महीने के बीच 10 से 15 क्विंटल बीज इकट्ठा कर पारंपरिक अभ्यास के साथ, सीजनी गतिविधि के ज़रिये वह अपनी सालाना आय भी बढ़ा सकते हैं. आने वाले समय में ऑनलाइन बिक्री भी की जाएगी.
हैदराबाद की पोषण विशेषज्ञ सुजाता स्टीफन बताती है कि महुआ तेल का इस्तेमाल सलाद ड्रेसिंग में किया जाता है. रूमेटॉइड आर्थराइटिस के कारण होने वाली समस्याएं भी दूर होतीं है. स्वयं सहायता समूह द्वारा शुरू किया गया यह उद्यमिता प्रयास उनके लिए उपयोगी और लाभकारी होगा.