कर्नाटक (Karnataka) में आदिवासी महिला स्वयं सहायता समूह (Tribal Women SHGs) ने साथ मिलकर महुआ तेल (Mahua Oil) प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना की, जिसके लिए वे संयुक्त आदिवासी विकास प्राधिकरण (Integrated Tribal Development Agency (ITDA) Utnoor) उत्नूर और जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण (District Rural Development Agency, DRDA) के साथ मिलकर काम कर रही हैं.
आदिलाबाद (Alidabad) में निर्मल जिले (NIRMAL DISTRICT) के कदम मंडल (Kadam mandal of Nirmal district) की आदिवासी महिला SHG गर्मी के मौसम में जंगल से मदुका इंडिका (Madhca Indica) पौधे के बीज जमा कर गिरिजन सहकारी निगम (Girijan Cooperative Corporation, GCC) को बेचने के साथ व्यक्तिगत उपयोग के लिए रखती हैं. इसी से वह अपनी आजीविका चला रही हैं.
तेल को फ़िल्टर करने में SHGs कर रहे कपड़े का इस्तेमाल
महुआ प्रोसेसिंग यूनिट (Mahua Processing Unit) का नाम 'श्री हनुमान जॉइंट लायबिलिटी ग्रुप' रखा गया है. महिला SHGs (Women SHGs) आदिवादियों से 1kg बीज 30 रुपये में खरीदती है. 10kg बीज से 2 ½ लीटर तेल निकालना मेहनत का काम है.
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महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप्स (Women self help groups) वर्तमान में कपड़े का उपयोग कर तेल को फ़िल्टर करती हैं. आगे फ़िल्टरिंग मशीन खरीदने की योजना है.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स की तरफ कदम बढ़ा रहीं SHG महिलाएं
ऑफलाइन के साथ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स (E-Commerce Platform) की मदद से ऑनलाइन मार्केटिंग पर भी ध्यान दे रही हैं, जिसका उद्देश्य तेल को 800 रुपए प्रति लीटर बेचना है. महुआ तेल (Mahua Oil Uses) जोड़ों के दर्द के लिए आयुर्वेदिक दवा (Ayurvedic Medicine) के रूप में काम करने के साथ इसका उपयोग सलाद के तेल के रूप में भी किया जाता है.
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नेशनवाइड और वर्ल्डवाइड मार्केटिंग के लिए प्राइवेट कंपनी के साथ सहयोग की योजना बनाई जा रही है. प्रोसेसिंग यूनिट को बनाने में 10 लाख रुपये लगे, जिसमें ITDA ने 80% समर्थन दिया, और बाकी खर्च डीआरडीए और जिला प्रशासन बोर्ड ने उठाया.