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हर व्यक्ति को अगर पेटभर खाने को मिल जाए तो उसकी आधी परेशानियां तो ऐसे ही खत्म हो जाती है और उस पर अगर खाना घर के स्वाद का हो तो बात ही कुछ और हो जाए.
भारत में अन्नपूर्णा कहा जाता है घर की महिला को और इसी बात को ध्यान में रखते हुए (Telangana news) तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद में अन्नपूर्णा कैंटीन (Annapurna Canteen telangana) कार्यक्रम की शुरुआत 2014 में की. आठ कैंटीनों से शुरू होकर, यह पहल 150 आउटलेट्स तक फैल गई है, जो केवल 5 रुपये की कीमत पर पौष्टिक थाली भोजन प्रदान करती है.
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सरकार इस योजना को हरे कृष्णा मूवमेंट चैरिटेबल फाउंडेशन के साथ साझेदारी में संचालित करती है, जो भोजन की आपूर्ति के लिए जिम्मेदार है. ये कैंटीन सामूहिक रूप से हर दिन 45,000 थालियां परोसती है. अन्नपूर्णा कैंटीन के मेन्यू में आमतौर पर चावल (लगभग 400 ग्राम), दाल (100 ग्राम), एक करी डिश और अचार शामिल होता है.
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राज्य सरकार प्रत्येक थाली की पूरी लागत वहन करती है, जिसकी उत्पादन लागत 24 रुपये है. 2023-24 वित्तीय वर्ष में, ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) ने इस कार्यक्रम का समर्थन करने के लिए 25 करोड़ रुपये invest किए हैं. अब तक सरकार ने इस पहल में 200 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है.
तेलंगाना सरकार ने इस canteen को संचालित करने की ज़्यादातर ज़िम्मेदारियां self help group की महिलाओं को दी है. महिला सशक्तिकरण और देश में गरीबों को शुद्ध और पौष्टिक भोजन मिले, इस चीज़ का ध्यान रखते हुए सरकार की यह पहल बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रही है. देश का विकास गरीब तब्के के लोगों और ग्रामीण महिलाओं के उत्थान पर निर्भर करता है और देश की सरकार इस कार्य को करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है.