New Update
/ravivar-vichar/media/media_files/uFV2av2hppXkcms80CkZ.jpg)
Image Credits: arSRLM (Image for Representation Purpose Only)
Image Credits: arSRLM (Image for Representation Purpose Only)
भारत सरकार देश में प्रार्थमिकता के साथ दो मुद्दों पर काम कर रही है- महिला सशक्तिकरण और किसानी. केंद्र हो या राज्य, कोशिश ये कि जा रही है, कि इनको आपस में जोड़ कर दोनों ही एरियाज़ को बढ़ाया जाए. इसी कड़ी में एक और कदम बनते हुए अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल केटी परनायक ने बोमडिला में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत कृषि विभाग द्वारा आयोजित एक्सपो सह किसान मेले में भाग लिया.
राज्यपाल ने पश्चिम कामेंग और तावंग जिलों के चुने गए किसानों को आत्मनिर्भर कृषि योजना के तहत कृषि मशीनरी, जैसे ट्रैक्टर, पावर टिलर, रोटरी टिलर बांटी. उन्होंने कहा कि वे खुश है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय प्रमुख कार्यक्रम से किसान महिलाओं को लाभ हो रहा है. उन्होंने वेस्ट कामेंग जिले की हर किसान महिला से यह आग्रह किया कि वे आर्गेनिक फार्मिंग को अपने और अपने फायदों को दोगुना करें. इससे ये महिलाएं आत्म निर्भर बनेंगी जो की सरकार की प्रार्थमिकताओं में से एक है.
उन्होंने महिला किसानों को कीवी, संतरा और सेब जैसे फल उगाने की सलाह दी ताकि वे अच्छी आमदनी तैयार कर पाए. राज्यपाल ने इन महिला किसानों को कॉर्पोरेटिव सोसाइटीज़, जिन्हे आम भाषा में स्वयं सहायता समूह (SHG) कहते है, तैयार करने की सलाह दी. राज्यपाल ने Self Help Groups द्वारा स्थापित स्टॉल्स का दौरा किया, जिन्होंने कृषि उपज, अनाज, डिब्बाबंद और बोतलबंद फल उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई थी. यह पहल महिला SHGs की लिए एक बहुत अच्छा कदम माना जा रहा है, जिससे उन्हें आजीविका तैयार करने के सस्टेनेबल उपाय मिल रहे है. देश की महिलाओं के साथ देश का आगे बढ़ना तय है.