महिला उद्यमियों का समर्थन करने के लिए राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर अलग-अलग पहलों की अगुवाई कर रही हैं. इस मुहीम में अरुणाचल प्रदेश (women entrepreneurs in Arunachal Pradesh) भी पीछे नहीं है.
Development Cell for women entrepreneurs से मिलेगा उद्यमियों को समर्थन
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू (CM Pema Khandu) ने घोषणा की कि राज्य सरकार 5 करोड़ रुपये की सीड कैपिटल के साथ महिला उद्यमियों के लिए समर्पित विकास सेल (Development Cell for women entrepreneurs) शुरू करेगी.
डीके कन्वेंशन सेंटर में नीति आयोग द्वारा आयोजित महिला उद्यमिता मंच (WEP) राज्य कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए, खांडू ने कहा कि समर्पित सेल महिला उद्यमियों के लिए केंद्र के रूप में कार्य करेगा, जो सलाह, क्षमता निर्माण अभ्यास, और महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप के लिए दूसरे लाभकारी कार्यक्रमों तक पहुंच प्रदान करेगा.
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उन्होंने कहा कि केंद्र महिलाओं के लिए समर्पित incubation और acceleration programmes भी चलाएगा.
महिला उद्यमियों के लिए बनेगा सहायक वातावरण
मुख्यमंत्री ने WEP के तहत पांच नई पहल शुरू कीं - अटल इनोवेशन सेंटर-सेल्को फाउंडेशन साझेदारी के ज़रिये स्वच्छ ऊर्जा उद्यमिता का समर्थन करना; 'मेक-माई-ट्रिप' के साथ साझेदारी में मैत्री कार्यक्रम के ज़रिये होम-स्टे मालिकों के लिए विकास को बढ़ावा देना; नैसकॉम फ्यूचर स्किल्स, फिक्की फ़्लो के सहयोग से पूर्वोत्तर महिला उद्यमियों के लिए हेल्पलाइन; और बिट्स पिलानी और आदित्य बिड़ला फाउंडेशन का महिला उद्यमी कार्यक्रम.
इन पहलों को नीति आयोग द्वारा सभी पूर्वोत्तर राज्यों में लागू किया जाएगा. पूर्वोत्तर की महिला उद्यमियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित करने और पहल करने के लिए नीति आयोग की सराहना करते हुए खांडू ने कहा कि पिछले सात वर्षों में उनकी सरकार ने महिला उद्यमियों के लिए सक्षम वातावरण बनाने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाया है जिसमें कई हस्तक्षेप शामिल हैं.
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अरुणाचल में हैं 6,500 महिलाओं के MSME
मुख्यमंत्री ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में 20 हज़ार से ज़्यादा MSME में से लगभग 6,500 का स्वामित्व महिलाओं के पास है. उन्होंने कहा, "महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास हमेशा भारत सरकार और अरुणाचल सरकार की प्राथमिकता रही है."
“हमने 85 हज़ार से ज़्यादा महिलाओं को 9,301 स्वयं सहायता समूहों, 951 PLF (प्राथमिक स्तर के संघ) और 27 मॉडल CLF (क्लस्टर स्तर के संघ) में संगठित किया है. हमने 2,900 से ज़्यादा समूहों को क्रेडिट लिंकेज भी प्रदान किया है और SHG को 33 करोड़ रुपये से ज़्यादा का बैंक ऋण प्रदान किया है.” उन्होंने बताया.
खांडू का मानना है कि यह नई पहल महिला उद्यमिता लैंडस्केप पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगी, जो कौशल विकास, मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता के लिए बेहतर अवसर प्रदान करेगी. महिला उद्यमिता की दिशा में उठाया गया ये कदम महिला सशक्तिकरण (women empowerment) के साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में भी योगदान देगा.
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