छत्तीसगढ़ SHG महिलाएं बन रही BALCO के साथ सशक्त
स्वाद में लाजवाब और एक्ज़ॉटिक बेरीज़ की लिस्ट में ब्लूबेरी और क्रैनबेरी का नाम ना आए, तो बात आगे ही नहीं बढ़ती. और अब सोचिए अगर ये टेस्टी बेरीज़ को अगर सबकी फेवरेट चॉकलेट के रूप में दिया जाए, तो मुँह में पानी आना तो लाज़मी है! बस चॉकलेट खाने की इसी इच्छा को और बढ़ाने के लिए वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (BALCO) ने वर्ल्ड चॉकलेट डे को और चॉकलेटी बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह (SHG) के साथ जुड़कर ब्लूबेरी और क्रैनबेरी चॉकलेट्स लांच की है. छत्तीसगढ़ कोरबा के बालको नगर में कंपनी ने अपनी छत्तीसा पहल के अंतर्गत उन्नति परियोजना की शुरुआत महिलाओं के बने उत्पादों के लिए की थी.
Ramesh Kumar CEO BALCO (Image Credits: BALCO)
BALCO के साथ जुड़कर महिलाएं बनाएंगी चॉकलेट
यह परियोजना से महिलाओं को Self Help Group के माध्यम से सशक्त बनाने, संगठित करने, उद्यमशीलता के लिए उनकी क्षमताओं और कौशल को सुधारने और स्थायी आजीविका के निर्माण पर टिकी हुई है. कार्यशालाओं की मदद से लगभग 50 महिलाओं को चॉकलेट बनाने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है. बालको कंपनी के CEO राजेश कुमार ने कहा- "हम प्रगतिशील समाज की तरफ अग्रसर रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ सकें और लगातार विकसित हो रही दुनिया में अपना भरपूर योगदान दे सकें."
नए SHGs का हुआ गठन
छत्तीसगढ़ में इस वित्तीय वर्ष में 40 से ज़्यादा नए SHGs का गठन किया गया. कोरबा के 45 शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 500 स्वयं सहायता समूहों की लगभग 5300 महिलाओं को विभिन्न कार्यक्रमों से लाभ मिल रहा है. इस प्लान से महिला SHGs के फेडरेशन विकास की दिशा में काम भी चल रहा है.
SHG महिलाएं पुरे देश में अपने स्वादिष्ट और किफायती उत्पाद बनाने के लिए बहुत प्रचलित होती जा रही है. जितनी भी FMCG कंपनियां, फ़ूड प्रोडक्शन कंपनियां और जनरल ज़रूरतों के सामान बनाने वाली कंपनियां है उन्हें इन SHG महिलाओं के साथ मिलकर अपना काम आगे बढ़ाना चाहिए, ताकि देश की महिलाएं तेजी से सशक्तिकरण की ओर अग्रसर हो.