आली रे आली डब्बेवाली आली

हर मुंबईकर के दिल में बसता है, अपने साथ ढेर सारे डिब्बे लेकर दिखता है 'डब्बावाला'. मुंबई के में 2 लाख से ज़्यादा डब्बे पहुंचाने वाले इस ब्रांड ने स्वयं सहायता समूह से जुड़ने का फैसला किया है.

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रिसिका जोशी
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SHG women cooking food for dabbawala

Image Credits: ECWG (Image for Representation Purpose Only)

मुंबईकर के दिल में बसता है 'डब्बावाला'

मुंबई नगरी, सपनों का शहर- हर दिन हज़ारों लोग आते है इस शहर से हाथ मिलाने, और घुल जाते है यहां की गर्दी में. अपनेपन से भरपूर-हर इंसान का दिल, मदद करने के लिए हमेशा तैयार! मायानगरी में सुबह कब होती है, कोई नहीं जानता क्यूंकि सड़के हमेशा गाड़ियों की रफ़्तार से घिरी रहती है. हर किसी को अपना बना लेती है मुंबई की हवा! पिछले 130 सालों से हर दिन कुछ गाड़ियां, साइकिलें, स्कूटियां दिख रहीं है मुंबई की सड़कों पर. हर गली में जाकर स्वाद का वो तौफा बाटतीं है ये गाड़ियां, जो हर मुंबईकर के दिल में बसता है. अपने साथ ढेर सारे डिब्बे लेकर दिखता है 'डब्बावाला'.

रितेश आंद्रे जो डब्बावाला की चौथी जनरेशन को आगे बढ़ा रहे है, उन्होंने हाल ही में एक एक बहुत बड़ा स्टेप लिया है. उन्होंने कहा- "बदलते रहना बहुत ज़रूरी है." मुंबई के में 2 लाख से ज़्यादा डब्बे पहुंचाने वाले इस ब्रांड ने स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ने का फैसला किया है. मुंबई के ना जाने ऐसे कितने Self Help Groups की महिलाएं है जो हर दिन खाना बनाती है और उनके हाथ का खाना असल में मां के हाथ के स्वाद से भरपूर होता है.

SHG women cooking food

Image Credits: Jim Corbett Heritage Village

ऐसे में अगर ये महिलाएं डब्बावाला के साथ जुड़कर खाना हर ऑफिस तक पहुंचाए, तो बात ही कुछ और होगी. आंद्रे ने कहा कि- "खाना जब बल्क में बनता है तो अक्सर उसमें स्वाद नहीं बचता, कभी ज़्यादा मसाले, कभी स्यादा तेल होने के कारण घर के खाने वाली फीलिंग ही नहीं आती." अब जब डब्बेवाला SHG की महिलाओं से जुड़कर काम करने की ठान चुका है तो इस बात में कोई दोराए ही नहीं की स्वाद बेहतरीन होगा.

जब रितेश ने ट्रायल पर SHG महिलाओं के हाथ का खाना देने का सोचा तो उसी दिन उन्हें 200 से ज़्यादा ऑर्डर्स मिल गए. बस तभी से उन्होंने ठान लिया है कि अब डब्बेवाला का खाना मां, दादी, नानी, दीदी, के हाथ का ही होगा. SHGs को आर्डर लोकेशन के हिसाब से दिए जाएंगे. अगर कोई आर्डर ठाणे का होगा तो सबसे पास वाले SHG को उसका आर्डर देकर, डिलीवरी के लिए एक डब्बेवाला जाएगा.

Dabbawala Mumbai

Image Credits: Viator

श्री महिला बचत घाट, जो कि डब्बावाला के साथ जुड़ा एक SHG है, उसकी एक सदस्या ने बड़ी ख़ुशी के साथ बताया कि- "साथ में खाना बनाने में हम सब को बहुत मज़े आते है." एक और समूह की महिला सलोनी परब कहती है- "मैं जिस कालवण को बनाने में माहिर हूं, उसी को मुंबई के दिलों तक पंहुचा रही हूं."

डब्बावाला सिर्फ मुंबई ही नहीं बल्कि पुरे देश में जानी जाती है, अपने स्वाद और परफेक्ट डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के लिए. हर ऐप फ़ैल है इनकी डिलीवरी प्लानिंग के आगे. इस सिस्टम में अब जुड़ने जा रही है मुंबई की आई और ताई.

 Mumbai women cooking

Image Credits: Swadisht by sujata 

देश में इतने SHGs घर के स्वाद वाला खाना लोगों तक पंहुचा रहे है. ज़ोमाटो, स्विगी, उबर इट्स, फ़ूड पांडा, और ऐसे कितने नाम याद आ जाएंगे आपको. अगर ये सारे फ़ूड डिलीवरी एप्स SHG महिलाओं के हाथ का स्वाद  हर घर पहुंचाने की ज़िम्मेदारी ले, तो बदलाव इतना तेज होगा, जिसे रोकने की ताकत किसी में नहीं होगी.

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