बंगाल की प्रतिष्ठित हैंडलूम वीवर्स की सहकारी समिति (Bengal's Prestigious Handloom Weavers' Cooperative Society), तंतुजा ने स्कोच स्टार ऑफ गवर्नेंस अवार्ड (SKOCH Star of Governance Award) जीता. ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस केटेगरी में हैंडलूम और टेक्सटाइल्स (Ease of Doing Business Category - Handloom and Textiles) में इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया (honored). इस साल की शुरुआत में, तंतुजा को प्री-प्राइमरी से आठवीं कक्षा तक (From Pre-Primary to Eighth Grade) के 1 करोड़ छात्रों को स्कूल यूनिफॉर्म बनाने के साथ-साथ स्वयं सहायता समूहों का समर्थन (Supporting Self-Help Groups) करने के लिए प्लैटिनम केटेगरी (Platinum Category) में स्कोच पुरस्कार (SKOCH Award) मिला.
उत्पादों को दूर के गांव तक पहुंचा रहा तंतुजा
तंतुजा को मिले सम्मान पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने कहा, "आज दुनिया बंगाल सरकार द्वारा किए गए काम की सराहना कर रही है. भारत सरकार और कई संगठनों ने बंगाल सरकार को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया है." तंतुजा के प्रबंध निदेशक, श्री रबींद्रनाथ रॉय (Managing Director of Tantuja), ने कहा, "हैंडलूम कला (Handloom Art) एक कला है जो कई शताब्दियों से चली आ रही है. तंतुजा में रहते हुए, हम उत्पादों को राज्य के सबसे दूर के गांव तक पहुंचाने में कामयाब होते हैं.
बंगाल के सहकारी बुनकरों का प्रतिनिधित्व कर रहा तंतुजा
तंतुजा की स्थापना 1954 में पश्चिम बंगाल सरकार (Established in 1954 by the West Bengal Government) द्वारा पश्चिम बंगाल के सहकारी बुनकरों का प्रतिनिधित्व (Representation of Cooperative Weavers) करने के लिए हुई. यह हैंडलूम प्रोडक्ट्स (Handloom Products) की विस्तृत रेंज की मार्केटिंग कर रहा है जिसमें जामदानी साड़ी (Jamdani Sarees), बालूचरी साड़ी (Baluchari Sarees), तंगेल साड़ी (Tant Sarees), शांतिपुरी साड़ी (Shantipuri Sarees), बेगमपुरी साड़ी (Begampuri Sarees) और धनियाखली साड़ी (Dhaniakhali Sarees) सहित कई हैंडलूम प्रोडक्ट्स (Handloom Products) शामिल हैं.