New Update
/ravivar-vichar/media/media_files/vBFSWvKpNFQeiZstSENe.jpg)
Image Credits: The Economic Times (Image for Representation Purpose Only)
Image Credits: The Economic Times (Image for Representation Purpose Only)
भारत में महिलाओं को सरकार आगे बढ़ने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. महिला सशक्तिकरण एक बड़ा मुद्दा है और निरंतर प्रयासों में सरकार के कदम बहुत बड़ी भूमिका निभा रहे है. इसी कड़ी में एक और साक्षर कदम बनते हुए उत्तर प्रदेश लखनऊ में इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसर्च (ICAR) ने स्किल डेवलपमेंट प्रशिक्षण सत्र रखा है जिसमें SC और ST महिलाओं ने भाग लिया है.
स्वयं सहायता समूह (SHG) की इन महिलाओं ने अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत धन और आजीविका के साधन पैदा करने के लिए ऑर्नामेंटल फिश रिसोर्सेज़ पर ICAR-NBFGR के तीन दिवसीय कौशल-विकास प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित एवं सफाई कर्मचारी आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक श्री बेजवाड़ा विल्सन ने अपने संबोधन में कहा- "महिलाएं घर और समाज में ही घिरी रहती हैं. लेकिन इस प्रशिक्षण में आने से महिलाओं को मदद मिली है."
उनका संगठन पूरे देश में 600 Self Help Group वाले 22 राज्यों में काम करता है. ऑर्नामेंटल फिश सेक्टर 2 से 3 दिनों के बुनियादी प्रशिक्षण के साथ अपार संभावनाएं प्रदान करता है. महिलाएं कम लागत के साथ छोटे पैमाने पर अपना बिज़नेस शुरू कर सकती है. ICAR-NBFGR के निदेशक डॉ. यू.के. सरकार ने महिलाओं से अपना व्यवसाय शुरू करने का आग्रह किया और उन्हें आश्वासन दिया कि ICAR-NBFGR तकनीकी रूप से उनका समर्थन करेगा. यह पहल महिलाओं के लिए बहुत बड़ा कदम साबित होगी. अपने कौशल को बढ़ाते हुए महिलाएं जीविका का एक और स्त्रोत तैयार करने में समर्थ होंगी.