भारत में एक शब्द आपने बहुत सुना होगा- 'जुगाड़'. अक्सर लोग इसे गलत नज़रिये से देखते है. मेरी माने तो जुगाड़ हमें कामों को करने के आसान और असरदार तरीकों के बारे में सिखाता है. अगर ये भी कह दे कि हिंदुस्तान में आधी समस्याएं जुगाड़ से ही हल की जा रही है तो भी गलत नहीं होगा.
अब बात करते है इससे जुड़े ऊपर के level की. वैज्ञानिकों ने शुरुआत की ऐसी चीज़ें तैयार करने की जिसमें उन्होंने आए दिन मिलने वाली चीज़ों से दुनिया को काम आने वाली चीज़ों को तैयार करना शुरू कर दिया. जुगाड़ एक बड़ा version! फिर इस काम से जुड़ते गए लोग और ये बन गयी sustainable creations.
Project Cheer–Urja है Self Help group की महिलाओं को सशक्त करने का रास्ता
आज ऐसी ही एक और sustainability project (sustainable startups in india) की approach की बात करेंगे जिसमें पर्यावरण संरक्षण तो है ही और साथ में है महिला सशक्तिकरण और स्वावलंबन की कहानी. Project Cheer–Urja, Canara HSBC Life Insurance की एक environmental sustainability initiative, ने Ashray Foundation के सहयोग से, briquettes – a biofuel के रूप में pine needle से green energy का उत्पादन शुरू किया है. उत्पादन इकाई Himachal Pradesh के मंडी जिले के Tepar village, Panarsa में स्थापित की गई है, जो green energy solutions की दिशा में क्षेत्र के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण milestone है.
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Self help group की महिलाओं और अन्य ने attend किया उद्घाटन कार्यक्रम
Production plant के उद्घाटन में women self help groups, NGO partner के सदस्य, District Forest Officer, Canara Bank officials, the Gram Panchayat members और local youth उपस्थित थे, जिन्होंने परियोजना में collaborative effort और diverse community involvement को बढ़ाया. Project Cheer–Urja pine needle की क्षमता का उपयोग कर एक साथ कई social और environmental challenges का समाधान करता है.
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Women self help groups की महिलाओं को सशक्त करने का प्रोजेक्ट है Project Cheer–Urja
अपने मूल में, यह परियोजना स्थानीय समुदाय की महिलाओं और self help groups को बदलाव का स्तंभ बनाने की ओर अग्रसर है. IIT Mandi के साथ, unit 8 घंटे में 4 टन ब्रिकेट का उत्पादन करती है, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. और इस परियोजना को सफल करने में self help groups, youth engagement, and financial awareness ये सब बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है.
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इस पहल के बारे में बताते हुए, सुश्री किरण यादव, मुख्य लोक अधिकारी ने कहा- ''Cheer-Urja’ project pine needle collection और skill-enhancement के माध्यम से स्थानीय आजीविका प्रदान करने की दिशा में एक transformative approach है. Pine needles को clean biofuel में परिवर्तित करके, हम न केवल forest fires बुझाने की योजना बना रहे हैं, बल्कि natural resources और climate sustainability सुनिश्चित करते हुए biodiversity conservation की रक्षा भी कर रहे हैं.''
सुश्री जेनिशा धरानी, निदेशक-कार्यक्रम, Ashray foundation ने कहा- ''Canara HSBC Life Insurance के साथ हमारा सहयोग Himachal Pradesh के environmental preservation और development के लिए एक joint commitment है. 'Cheer-Urja' community engagement और sustainable solutions की ताकत का जीता जागता प्रमाण है. पाइन सुइयों की क्षमता का उपयोग करके हम महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं और शहर के भीतर स्थायी रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं."
'Cheer-Urja' एक पहल से तो है ही लेकिन उसक साथ women empowerment, पर्यावरण को ध्यान में रखने वाली, green future की ओर ले जाने वाली एक पहला है जो better future के विश्वास को बढाती है.