प्रधानमंत्री लखपति दीदी योजना से स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को अपनी आमदनी बढ़ाने के अवसर मिल रहे हैं. इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए अहम फैसला लिया गया (drone pilot training given to SHG women).
IFFCO और UAV प्रशिक्षण प्रमुख Drone destination ने मिलाया हाथ
इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (IFFCO) ने मानव रहित हवाई वाहन (UAV) प्रशिक्षण प्रमुख ड्रोन डेस्टिनेशन के साथ साझेदारी की. यह समझौता प्रधानमंत्री मोदी की 'लखपति दीदी योजना' के तहत महिलाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के लिए किया गया. इस कार्यक्रम का लक्ष्य महिलाओं के नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों (SHG) को कुशल ड्रोन ऑपरेटर और उद्यमी बनने में मदद कर उन्हें सशक्त बनाना है (SHG women becoming drone operators).
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प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना है कि 'ड्रोन के साथ SHGs की हजारों महिलाएं आत्मनिर्भरता की उड़ान भरे. इस साल स्वतंत्रता दिवस के भाषण में भी प्रधानमंत्री ने ड्रोन चलाने के साथ-साथ SHG महिलाओं को मरम्मत करने के लिए ट्रेनिंग देने पर ज़ोर दिया था.
लखपति दीदी योजना के तहत 15 हज़ार SHGs को मिलेगी ट्रेनिंग
ड्रोन डेस्टिनेशन ने एक बयान में कहा, "इस पहल के तहत, सरकार 15 हज़ार SHGs की हजारों महिला सदस्यों को ड्रोन मुहैया कराएगी और गांवों में दो करोड़ 'लखपति दीदी' बनाने का लक्ष्य पूरा करेगी."
ड्रोन डेस्टिनेशन के सीईओ चिराग शर्मा ने कहा, "हमें विश्वास है कि ड्रोन तकनीक खेती को सक्षम बनाकर किसान समुदाय के लिए आय सृजन के नए रास्ते खोलेगी."
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60 से ज़्यादा महिला ड्रोन पायलटों को मिला ड्रोन उड़ाने का लाइसेंस
कंपनी ने अपने सहयोगी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (IGRUA) के साथ मिलकर गुरुग्राम, फूलपुर और ग्वालियर में 'मध्यम श्रेणी प्रमाणित किसान ड्रोन प्रशिक्षण' (drone training) शुरू किया है. हाल ही में प्रशिक्षित 60 से ज़्यादा महिला ड्रोन पायलटों को 50 किलोग्राम तक के किसान ड्रोन उड़ाने का लाइसेंस दिया जाएगा.
शर्मा ने कहा, "अगले वर्ष में, ड्रोन डेस्टिनेशन पूरे भारत में ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगा और अलग-अलग ड्रोन संचालन और रखरखाव पाठ्यक्रमों पर स्वयं सहायता समूहों की 10 हज़ार से ज़्यादा महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लक्ष्य के साथ काम करेगा."
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Union Aviation Ministry ने ड्रोन ऑपरेटर बनने के लिए पासपोर्ट की ज़रूरत को हटाया
यूनियन एविएशन मिनिस्ट्री (Union Aviation Ministry) ने हाल ही में ड्रोन ऑपरेटर बनने के लिए पासपोर्ट की ज़रूरत को हटा दिया था. अब कोई भी व्यक्ति जिसने 10वीं कक्षा पास की है और जिसके पास आधार कार्ड और वैलिड सेकेंडरी आईडी है, वह डीजीसीए-प्रमाणित ड्रोन पायलट प्रशिक्षण कार्यक्रम में रजिस्टर कर सकता है.
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IFFCO और UAV प्रशिक्षण प्रमुख ड्रोन डेस्टिनेशन की इस साझेदारी से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ड्रोन ट्रेनिंग के ज़रिये इस क्षेत्र में रोज़गार हासिल करना आसान होगा. इस समर्थन से अब ये महिआएं सफलता की उड़ान भर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकेंगी और साथ ही एग्रो-टेक्नॉलोजी को भी बढ़ावा देंगी.
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