स्वयं सहायता समूह की महिलाएं न सिर्फ समृद्धि के रास्ते पर अग्रसर हो रहीं बल्कि समाज के लिए भी आगे बढ़कर काम कर रही हैं. गरियाबंद, छत्तीसगढ़ (Gariaband, Chhattisgarh) के ग्राम पंचायत श्यामनगर के रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रीपा (Rural Industrial Park, Ripa) में SHG महिलाएं, टीबी मरीजों के लिए पोषण आहार किट (Nutrition Diet Kit for TB Patients) बना रहीं है.
ट्यूबरक्यूलोसिस क्या है?
ट्यूबरक्यूलोसिस (TB Full Form), जिसे आमतौर पर टीबी के रूप में जाना जाता है (tuberculosis in hindi), जीवाणु संक्रमण है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबर्कुलोसिस कॉम्प्लेक्स (Mycobacterium tuberculosis complex) नामक जीवाणु द्वारा होता है. यह बीमारी आमतौर पर फेफड़ों में प्रभावित होती है, लेकिन यह शरीर के दूसरे हिस्सों जैसे कि हड्डियों, मस्तिष्क, और शरीर के अन्य भाग को भी प्रभावित कर सकती है.
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ट्यूबरक्यूलोसिस के लक्षण
ट्यूबरक्यूलोसिस के लक्षणों (tuberculosis symptoms and causes) में बुखार, कफ और खून के साथ थूक, सांस लेने में कठिनाइयां, सीने में दर्द, वजन की कमी, थकान, और रात में पसीना आता है.
पौष्टिक आहार बनाने में शुद्धता का ध्यान
SHG महिलाएं रोजगार से जुड़ने के साथ समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, इससे उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता भी मिली हैं. टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार (Nutritious diet for TB patients) बनाने में Self Help Groups की महिलाएं सफाई और शुद्धता का भी काफी ध्यान दे रही हैं. इस पहल से पेशेंट्स की टीबी से लड़ने की ताक़त के साथ बीमारी से उभरने में भी उन्हें मदद मिली है.
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कलेक्टर आकाश छिकारा और ज़िला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव के मार्गदर्शन और निक्षय मित्र टीम की मदद से टीबी मरीजों को अतिरिक्त पोषण आहार पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
पैकेट्स में मिल रहा टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार
पैकेट्स में टीबी मरीजों के लिए पौष्टिक आहार (healthy food for tuberculosis patients), जिसमें दाल, चावल, सोया बड़ी, दलिया, मूंगफली दाना, फूटा चना, सोया रिफाइंड तेल शामिल हैं. इसके ज़रिये टीबी मरीजों की उच्च गुणवत्ता के पोषण आहार (Nutritional supplements for TB patients) तक पहुंच आसान हो गई है. इससे उनके स्वास्थ्य में सुधार आने से उन्हें बीमारी से लड़ने में मदद मिलेगी.
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सेल्फ हेल्प ग्रुप्स की महिलाएं (SHG Women) लोगों की मदद कर समृद्धि का सफर तय कर रही हैं. स्वयं सहायता समूह की महिलाएं समृद्धि के रास्ते पर अग्रसर होकर सामाजिक सेवाओं में भाग लेकर समाज में सहयोग और सुधार (SHG women contribution in society) कर रही हैं.