We do not use Surnames, it signifies Casteism - इसी सोच के साथ Shubamastu की पुजारने आज समाज में नयी सोच और बदलाव की तरफ अपने कदम बड़ा रहीं हैं. Subhamastu पश्चिम बंगाल का एक Charitable Trust है. यह पूरा trust महिला पुजारनो द्वारा संचालित किया जाता है.उनका उद्देश्य समाज को एक नयी राह पर ले जाना है.
Subhamastu कि विचारधारा Equal rights , Equal opportunity पर आधारित हैं.
Subhamastu, एक नए धार्मिक अनुष्ठान का परिचय कर रहा है जो पुरोहितत्व को कला का एक नया रूप दे रहा है. इस अनूठे स्टाइल में पुराने संस्कृत साहित्य से चुने गए hymns को बंगाली गानों के साथ बिल्कुल बढ़िया रूप से मिलाया जाता है, जिससे एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव बनता है.
महिला पुरोहित आज वे सारे धार्मिक कार्य कर रहीं हैं जो कभी प्रुरुषप्रधान समाज में पुरुषो द्वारा होते थे.
जैसे शादियां, अन्नप्राशन, कली पूजा , सरस्वती पूजा, गृहप्रवेश, दिवंगत को श्रद्धांजलि आदि.
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यह कार्य सिर्फ धार्मिकता को ही नहीं, बल्कि समाज को भी समृद्धि और संतुष्टि के साथ आत्म-विकास का माध्यम बना रहा है. इसमें सभी hyms और रीतिवाक्यों को सुरीले अदा के साथ समझाने का प्रयास किया जाता है, जिससे लोग आत्मानुभूति और धार्मिक संतुष्टि प्राप्त करते हैं.
रुमा रॉय Subhamastu की पुजारन कहती हैं-
'कई माता-पिता और दादी-नानी ने हमें बताया है कि उन्हें पुरानी परंपराओं से कभी पसंद नहीं आई, लेकिन वे इस पर आपत्ति जताने में डरते थे. हम सभी आवश्यक धार्मिक अनुष्ठान करते हैं, लेकिन सभी अनावश्यक पुरानी पुरुषप्रधान रीतिरिवाजों को हटा दिया है.”'
इसके साथ ही, Subhamastu एक याचिका में शामिल होकर गरीबों का समर्थन करने के लिए जानी जातीं है. उनका सपना है एक भेदभाव मुक्त समाज बनाने का और मानवता को गर्व और सम्मान के साथ जीने की इच्छा है. शुभमस्तु का मिशन Women Empowerment, Financial Freedom और समाज में महिलाओं की स्थिरता का समर्थन करने पर केंद्रित है.
पॉलोमी चारकारबोर्टी बताती हैं-
'समाज में भेदभाव इतनी मात्रा में गहराई से बसा हुआ है कि हमारे प्रदर्शन में सकारात्मक परिवर्तन की स्वीकृति देखना एक स्वागतपूर्ण अहसास है.”
इन प्रयासों के माध्यम से, वे समृद्धि और सामाजिक न्याय की दिशा में बढ़ने का संकल्प लेते हैं.